गांधी भवन पंजाब के चंडीगढ़ शहर में स्थित है।यह पंजाब के चंडीगढ़ शहर का एक प्रमुख स्थल है। यह आगंतुकों के लिए एक घर जैसा रहा है।यहां आप गांधी पर लिखी लगभग हर किताब पा सकते है। इसका डिजाइन ले कॉर्बूसियर के चचेरे भाई वास्तुकार पियरे जेनरेट द्वारा बनाया गया है। यह मोहनदास करमचंद गांधी के कार्य और शब्दों के अध्ययन को समर्पित एक भवन है। यह पानी के तालाब के बीच में बना एक सभागार हॉल है। इसमें गांधी पर लिखी बहुत सी पुस्तकों का एक बहुत बड़ा संग्रहालय है। गांधी भवन के मुख्य द्वार पर प्रवेश करते वक्त आप "सत्य ही ईश्वर है" शब्द पढ़ सकते हैं। यह इमारत एक फ्लोटिंग कमल के फूल के रूप में विकसित है।
गांधी भवन ने स्वतंत्रता के बाद इतिहास के कई ऐतिहासिक क्षणों को जिया है। इस इमारत का उद्घाटन स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण के द्वारा 1962 में किया गया ।वास्तव में इस इमारत में एक अद्भुत वास्तु कला देखने को मिलती है। आप इस बात का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि आजादी के बाद बनी सबसे खूबसूरत संरचनाओं में से गांधी भवन भी एक है।
(PT)