UP: चंदौली को इको टूरिज्म का केंद्र बनाया जाऐगा

उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) सरकार चंदौली(Chandauli) को पूर्वांचल(Purvanchal) के पहले स्काईवॉक, चंद्रकांता थीम पार्क और राजदरी और देवदरी झरनों पर अन्य गतिविधियों के साथ इको टूरिज्म(Eco-tourism) का केंद्र बनाने के लिए तैयार है।
UP: चंदौली को इको टूरिज्म का केंद्र बनाया जाऐगा(IANS)

UP: चंदौली को इको टूरिज्म का केंद्र बनाया जाऐगा(IANS)

चंदौली को इको टूरिज्म का केंद्र

न्यूज़ग्राम हिंदी : उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) सरकार चंदौली(Chandauli) को पूर्वांचल(Purvanchal) के पहले स्काईवॉक, चंद्रकांता थीम पार्क और राजदरी और देवदरी झरनों पर अन्य गतिविधियों के साथ इको टूरिज्म(Eco-tourism) का केंद्र बनाने के लिए तैयार है। जुड़वां झरने चंदौली में एक दूसरे से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार चंदौली जिला प्रशासन ने राजदारी और देवदरी जलप्रपात के लिए दो-दो करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया है।

इनमें एक ग्लास स्काईवॉक, जिप लाइन, क्लिफ स्विंग, चंद्रकांता थीम पार्क और अन्य साहसिक गतिविधियां शामिल होंगी।

इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार भी सृजित होंगे।

पूर्वांचल का पहला स्काईवॉक नौगढ़ के देवदरी जलप्रपात पर बनेगा, जो कभी नक्सलियों का गढ़ था।

चंदौली में चंद्रप्रभा वन्यजीव अभ्यारण्य को इको टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा।

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राजदरी जलप्रपात में स्थानीय लोगों के लिए इको शॉप बनाने की योजना बनाई जा रही है और रॉक क्लाइंबिंग के लिए अधोसंरचना, टायर नेट वॉल, कमांडो नेट वॉल और इको रिसोर्ट बनाया जाएगा जो साहसिक पर्यटन का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।

दो झरने वाराणसी से लगभग 70 किमी दूर स्थित हैं।

गौरतलब है कि चंदौली अपनी प्राकृतिक सुंदरता और झरनों के लिए जाना जाता है और पूर्वांचल के हिल स्टेशन के रूप में भी जाना जाता है।

--आईएएनएस/VS

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