
इस दौरान उन्होंने बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें त्वरित राहत व पुनर्वास सहायता का आश्वासन दिया। बाढ़ ने इस क्षेत्र में भयंकर तबाही मचाई है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
सुनील शर्मा (Sunil Sharma) ने बताया कि बाढ़ (Flood) के कारण लगभग 25 से 30 हजार की आबादी पूरी तरह संपर्क से कट चुकी है। हमने गांव-गांव जाकर लोगों से बातचीत की और उनकी पीड़ा को समझा। प्रभावित लोगों ने बताया कि बाढ़ ने उनकी फसलों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है, घरों को भारी नुकसान पहुंचा है और कई स्थानों पर पशुधन की भी हानि हुई है। ग्रामीणों ने संपर्क बहाल करने और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति की मांग की ताकि उनका जीवन पटरी पर लौट सके।
उन्होंने आगे कहा, “हमने गड़खाल और प्रगवाल के लगभग सभी गांवों का दौरा किया और बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान का जायजा लिया। फसलें बर्बाद हो गई हैं, घर और अन्य ढांचे क्षतिग्रस्त हैं। लोगों की सबसे बड़ी मांग है कि सड़क और संचार के साधन बहाल किए जाएं ताकि राहत सामग्री उन तक पहुंच सके। प्रभावित लोगों की हर संभव मदद में कोई कमी नहीं की जाएगी।"
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भारत (India) सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आकलन करने के लिए एक विशेष दो दिवसीय टीम भेजी है। यह टीम शुक्रवार को जम्मू के साथ-साथ उधमपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर चुकी है।
शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के बाद यह टीम अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को सौंपेगी। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार जल्द ही प्रभावित लोगों के लिए एक बड़ी राहत राशि और पुनर्वास पैकेज की घोषणा करेगी। स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियों को निर्देश दिए गए कि वे प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत कार्य शुरू करें।
सुनिल शर्मा ने आगे कहा कि उनकी प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना और उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है। मैं स्थानीय लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं और भरोसा देता हूं कि सरकार और विपक्ष मिलकर इस संकट से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
(BA)