मृतक लोगों की कराई जाती है शादी, सालों से इस देश में हो रहा है घोस्ट वेडिंग

इस परंपरा को मानने वालों का कहना है कि ऐसा करने से अविवाहित लोग मरने के बाद अकेले नहीं रहते हैं। हैरान की बात यह है कि मुर्दा लोगों की शादी जीवित लोग से कराते हैं। इसके साथ ही दहेज-गिफ्ट का भी लेन-देन होता है
Ghost Wedding :चीन में मृतकों की शादी कराने का रिवाज है, यहां इस परंपरा को घोस्ट वेडिंग कहा जाता है। (Wikimedia Commons)
Ghost Wedding :चीन में मृतकों की शादी कराने का रिवाज है, यहां इस परंपरा को घोस्ट वेडिंग कहा जाता है। (Wikimedia Commons)
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Ghost Wedding : पूरी दुनिया में अलग-अलग हिस्सों में कई ऐसी अजीबोगरीब परंपराएं हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है। इनमें से कोई परंपरा बच्चों के जन्म को लेकर है, तो कोई शादी-विवाह को लेकर। कई परंपराएं मौत से भी जुड़ी हुई हैं। आज हम आपको मृतक लोगों से जुड़ी एक परंपरा के बारे में बताएंगे। ये परंपरा हमारे पड़ोसी मुल्क चीन में निभाई जाती है। ऐसे तो चीन अपने विचित्र खान-पान को लेकर चर्चा में रहता है, लेकिन वहां की परंपराएं भी बेहद अलग है।

घोस्ट वेडिंग की परंपरा

चीन में मृतकों की शादी कराने का रिवाज है, यहां इस परंपरा को घोस्ट वेडिंग कहा जाता है। पिछले 3000 सालों से ये प्रथा चली आ रही है, जो लोग कुंवारे मर गए, उनकी शादी कराई जाती है। इस परंपरा को मानने वालों का कहना है कि ऐसा करने से अविवाहित लोग मरने के बाद अकेले नहीं रहते हैं। हैरान की बात यह है कि मुर्दा लोगों की शादी जीवित लोग से कराते हैं। इसके साथ ही दहेज-गिफ्ट का भी लेन-देन होता है लेकिन शादी से पहले जिस तरह से हमारे यहां कुंडली का मिलान होता है, वैसे ही मुर्दों का भी मैच मेकिंग होता है। मरे हुए दुल्हा-दुल्हन के परिवार वाले मैच-मेकर के रूप में काम करने के लिए फेंग शुई मास्टर को रखते हैं।

पिछले 3000 सालों से ये प्रथा चली आ रही है, जो लोग कुंवारे मर गए, उनकी शादी कराई जाती है। (Wikimedia Commons)
पिछले 3000 सालों से ये प्रथा चली आ रही है, जो लोग कुंवारे मर गए, उनकी शादी कराई जाती है। (Wikimedia Commons)

दो मृतकों को रखा जाता है एक कब्र में

मृतकों की शादी जब तय हो जाती है, तब उनके परिवार मिलकर दान-दहेज की बात करते हैं। इसमें दूल्हे के परिवार वालों से दुल्हन की फैमिली दहेज में पैसे की मांग करती है, जिसमें गहने, नौकर-चाकर और हवेली आदि शामिल होता है। जबकि ये सबकुछ सिर्फ कागजी श्रद्धांजलि के लिए होता है। असल में कुछ भी लेन-देन नहीं होता है। इसके बाद दो मृतकों की शादी करा दी गई, ऐसे में उन्हें अलग-अलग कब्र से निकालकर एक कब्र में रख दिया जाता है। परिवार वालों का मानना होता है कि इस तरह से दूसरी दुनिया में भी ये दोनों साथ हो गए।

अन्य देशों में भी है ऐसे रिवाज

पिछले 3 हजार सालों से चीन में भुतिया विवाह की परंपरा है, लेकिन चीन के अलावा फिजी में भी एक ऐसी शादी का रिवाज है। वहां जो लोग बगैर शादी के मर जाते हैं, उन्हें वहां के देवी-देवता परेशान करते हैं। मृतकों को परेशानी से निकालने के लिए सदियों से उनकी शादी कराने की प्रथा है। इंडोनेशिया में एक मा’नेने फेस्टिवल मनाया जाता है, जिसमें कब्र से परिजनों के कंकाल को निकालकर धोया जाता है। इसके बाद उन्हें नए कपड़े पहनाकर गांव में घुमाया जाता है। यहां के लोगों का मानना है कि ऐसा करने से खुशहाली आती है।

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