

Summary
1556 का पानीपत का दूसरा युद्ध मुग़ल साम्राज्य की नींव को मज़बूत बना गया, जबकि 1872 में उल्येसेस एस. ग्रांट का पुनः राष्ट्रपति चुना जाना अमेरिकी राजनीति में स्थिरता का प्रतीक रहा। 1920 में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी की स्थापना ने भारत में मानवीय सेवाओं की दिशा तय की।
1951 में अमेरिका के नेवादा में परमाणु परीक्षण ने शीत युद्ध की शक्ति-संतुलन को प्रभावित किया, वहीं 2007 में चीन का ‘चांग’ई-1’ मिशन अंतरिक्ष विज्ञान में उसकी प्रगति का प्रमाण बना।
2012 में सीरिया में हुए आत्मघाती विस्फोट ने गृहयुद्ध की त्रासदी को उजागर किया, जबकि 2024 में लोकगायिका शारदा सिन्हा का निधन भारतीय लोकसंगीत के लिए गहरी क्षति साबित हुआ। उन्होंने बिहार के लोकगीतों को राष्ट्रीय पहचान दिलाई और अपनी कला से पीढ़ियों को जोड़े रखा।
हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं। 5 नवंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 5 नवंबर (History Of 5th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
1556 में पानीपत (2nd Battle Of Panipat) के मैदान में मुग़ल शासक अकबर और हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) के बीच दूसरा पानीपत का युद्ध लड़ा गया। यह युद्ध भारतीय इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इससे भारत में मुग़ल साम्राज्य की नींव मज़बूत हुई। अकबर की ओर से बैरम ख़ाँ ने सेना का नेतृत्व किया, जबकि हेमू अफगान शासकों की ओर से दिल्ली के सिंहासन पर कब्ज़ा करने निकला था। युद्ध में हेमू की पराजय और मृत्यु के बाद दिल्ली और आगरा पर मुग़लों का नियंत्रण स्थापित हो गया, जिससे अकबर के शासन की शुरुआत दृढ़ता से हुई।
1872 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हुए, जिसमें उल्येसेस एस. ग्रांट (Ulysses S. Grant) दूसरी बार संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। ग्रांट रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार थे और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी होरेस ग्रीली को हराया। अमेरिकी गृहयुद्ध के नायक ग्रांट ने अपने पहले कार्यकाल में पुनर्निर्माण (Reconstruction) की नीतियों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। हालांकि उनके शासनकाल पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे, लेकिन उनकी लोकप्रियता और युद्ध नायक की छवि के कारण उन्हें पुनः जनसमर्थन मिला। उनका दूसरा कार्यकाल 1873 से 1877 तक चला, जिसने अमेरिकी राजनीति को गहराई से प्रभावित किया।
1920 में ‘इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी’ (Indian Red Cross Society) की स्थापना भारत में मानवीय सेवाओं और चिकित्सा सहायता के लिए की गई। यह संगठन ब्रिटिश संसद के ‘इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी एक्ट’ के तहत अस्तित्व में आया। इसका उद्देश्य युद्धकाल और आपदाओं के समय घायल सैनिकों, नागरिकों और पीड़ितों की सहायता करना था। समय के साथ इस संस्था ने भारत में स्वास्थ्य, आपदा राहत, रक्तदान, और प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज भी इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी मानवता, निस्वार्थ सेवा और करुणा के मूल्यों पर आधारित होकर समाज में राहत और सहायता कार्यों में अग्रणी बनी हुई है।
1951 में अमेरिका ने नेवादा परमाणु परीक्षण केंद्र (Nevada Nuclear Test Center) में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया, जिससे शीत युद्ध काल में उसकी परमाणु शक्ति और भी मज़बूत हुई। यह परीक्षण नेवादा राज्य के मरुस्थलीय क्षेत्र में किया गया, जिसे बाद में अमेरिका के प्रमुख परमाणु परीक्षण स्थलों में शामिल किया गया। इस परीक्षण का उद्देश्य परमाणु हथियारों की क्षमता और प्रभाव को समझना था। परीक्षण के बाद अमेरिका ने कई और प्रयोग किए, जिससे परमाणु तकनीक में उसकी पकड़ गहरी हुई। हालांकि, इन परीक्षणों से पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव भी पड़े, जिनकी चर्चा लंबे समय तक होती रही।
2001 में भारत और रूस (India and Russia) ने संयुक्त रूप से यह घोषणा की कि वे अफ़ग़ानिस्तान की नई सरकार में तालिबान की किसी भी प्रकार की भागीदारी को स्वीकार नहीं करेंगे। यह बयान 11 सितंबर के आतंकी हमलों और उसके बाद अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप के दौरान जारी किया गया था। दोनों देशों का मानना था कि तालिबान आतंकवाद को बढ़ावा देता है और ऐसी ताकतों को शासन में स्थान देना अफ़ग़ानिस्तान की स्थिरता के लिए हानिकारक होगा। भारत और रूस ने उस समय अफ़ग़ानिस्तान में लोकतांत्रिक, समावेशी और आतंकवाद-मुक्त शासन की आवश्यकता पर बल दिया।
2007 में चीन ने अपने पहले चंद्र मिशन के तहत ‘चांग’ई-1’ (Chang’e-1) अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया। यह चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम की एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, जिसने उसे चंद्र अन्वेषण करने वाले चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल कर दिया। इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह का मानचित्रण करना, खनिज संरचना का अध्ययन करना और भविष्य के मानवयुक्त अभियानों के लिए आवश्यक वैज्ञानिक डेटा जुटाना था। ‘चांग’ई-1’ मिशन ने चीन की अंतरिक्ष तकनीक में तेजी से हो रही प्रगति को प्रदर्शित किया और आने वाले चंद्र अभियानों की नींव रखी।
2012 में सीरिया (Syria) में एक भीषण आत्मघाती बम विस्फोट हुआ, जिसमें लगभग 50 सैनिक मारे गए और कई घायल हुए। यह हमला उस समय हुआ जब देश में गृहयुद्ध चरम पर था और सरकार की सेना विद्रोही समूहों से संघर्ष कर रही थी। विस्फोट राजधानी दमिश्क के पास सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया था। माना जाता है कि इस हमले के पीछे विद्रोही संगठनों का हाथ था जो राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के खिलाफ लड़ रहे थे। इस घटना ने सीरिया में बढ़ते हिंसक संघर्ष और मानवाधिकार संकट को और गहराई से उजागर किया।
लोकप्रिय बिहार की लोकगायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का 5 नवम्बर 2024 को नई दिल्ली के All India Institute of Medical Sciences, New Delhi (AIIMS) में 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें 2018 में भूषण से सम्मानित किया गया था। वे वर्ष 2018 से एक प्रकार के रक्त-कैंसर (मल्टीपल मायेलोमा) से जूझ रही थीं। निधन के समय वहाँ रक्त विषाक्तता यानी सेप्टिसीमिया की जटिलताएँ थीं। उनका जाना लोकसंगीत एवं विशेष रूप से छठ पूजा के गीतों के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है।