
Summary
गुरु गोबिंद सिंह का निधन (1708) – दसवें सिख गुरु के निधन के बाद गुरु ग्रंथ साहिब को अंतिम गुरु माना गया, जिसने सिख धर्म के नेतृत्व को नई परंपरा दी।
German Democratic Republic की स्थापना (1949) – सोवियत क्षेत्र में East Germany का गठन हुआ, जिसने शीत युद्ध (Cold War) की राजनीति को और गहराया।
Missionaries of Charity (1950) – मदर टेरेसा ने कोलकाता में इस संस्था की स्थापना की, जिसने गरीबों और बेसहारा लोगों की सेवा को वैश्विक पहचान दिलाई।
Achille Lauro Hijacking (1985) – PLO आतंकवादियों ने इतालवी क्रूज़ जहाज का अपहरण कर यात्री को मार डाला, जिससे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद-विरोधी नीतियों पर ध्यान गया।
हर दिन इतिहास में कुछ न कुछ महत्वपूर्ण घटता है युद्ध, राजनीतिक बदलाव, जन्म-मौत, उथल-पुथल। 7 अक्टूबर (October 7) भी ऐसी ही कई घटनाओं की हो चुकी है। ये घटनाएँ समय-समय पर धर्म, राजनीति, युद्ध, संस्कृति, वैज्ञानिक खोज आदि से जुड़ी रही हैं।आइए जानते हैं 7 अक्टूबर (History Of 7th October) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
7 अक्टूबर 1708 को दसवें सिख गुरु गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) का निधन हुआ। गुरु गोबिंद सिंह ने सिख धर्म को धर्मयुद्ध, भक्ति और न्याय का स्वरूप दिया। उनकी मृत्यु एक अत्यंत दुखद घटना मानी जाती है, क्योंकि वे युवा अवस्था में ही मारे गए थे। उनकी मृत्यु के बाद, सिख समुदाय ने गुरु की स्थापना के स्थान पर गुरु ग्रंथ साहिब ( Guru Granth Sahib) को अंतिम गुरु माना। इस घटना ने सिख इतिहास में गहरा प्रभाव डाला और धार्मिक नेतृत्व का स्वरूप बदल दिया।
7 अक्टूबर 1737 को बंगाल (वर्तमान पश्चिम बंगाल / आसपास) में लगभग 40 फीट ऊँची लहरों (waves) ने बड़े पैमाने पर विनाश किया। बताया जाता है कि करीब 3 लाख लोगों (300,000) इस त्रासदी में लापता या मृत हो गए। यह एक प्राकृतिक आपदा (natural disaster) थी, जिसमें छोटे जहाजों और तटीय बस्तियों को भारी क्षति हुई। यह घटना उस समय के लिए अलोकप्रिय थी क्योंकि उस युग में उस तरह के बड़े समुद्री हादसों की तैयारी या चेतावनी देना संभव नहीं था। इस घटना ने स्थानीय अर्थव्यवस्था और जनजीवन को गहरा झटका दिया।
7 अक्टूबर 1950 को मदर टेरेसा (Mother Teresa) ने कोलकाता (Calcutta) में Missionaries of Charity नामक धर्मार्थ संगठन की स्थापना की। इस संगठन का उद्देश्य अनाथों, गरीबों, रोगियों और बेसहारा लोगों की सेवा करना था। मदर टेरेसा के द्वारा यह संस्था वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हुई और उन्होंने अपना जीवन सेवा को ही समर्पित कर दिया। यह घटना भारतीय इतिहास में इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने समाजसेवा और करुणा की भावना को एक नई दिशा दी, और आज भी यह संस्था लाखों लोगों की मदद करती है।
7 अक्टूबर 1949 को सोवियत अधीन क्षेत्र (Soviet occupation zone) में एक संविधान लागू हुआ और German Democratic Republic (East Germany) की स्थापना हुई।
यह उस समय की बड़े भू-राजनीतिक विभाजन का प्रतीक था, जब जर्मनी दो भागों में बाँटा गया था: पूरब (East) और पश्चिम (West)। East Germany को सोवियत ब्लॉक का हिस्सा माना गया। यह विभाजन शीत युद्ध (Cold War) की राजनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस घटना ने जर्मन जनता के जीवन, आर्थिक व्यवस्था और यूरोपीय राजनीतिक संतुलन को गहरा रूप से प्रभावित किया।
7 अक्टूबर को अमेरिकी नौसेना से जुड़ी एक घटना हुई जिसमें USS Wachusett ने ब्राजील के जलक्षेत्र में Confederate commerce raider Florida को टक्कर मार कर रोक दिया।
यह घटना एक विवादास्पद मामला थी क्योंकि उस समय अमेरिका और ब्राजील के बीच माना गया था कि युद्धकाल में प्रतिद्वंद्वी युद्धपोतों को अन्य देशों के तटों पर हमला नहीं करना चाहिए। लेकिन Wachusett ने नियमों का उल्लंघन करते हुए Florida को पकड़ लिया। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय कानून, संधियाँ और सैन्य नीति पर बहस को जन्म दिया।
7 अक्टूबर 1985 को Palestinian Liberation Organization (PLO) के चार आतंकवादियों ने इतालवी क्रूज जहाज Achille Lauro का अपहरण किया। उन्होंने 50 फिलिस्तीनियों की रिहाई की मांग की। इस अपहरण के दौरान एक यहूदी अमेरिकी यात्री, Leon Klinghoffer, को मार दिया गया और उन्हें नाव से गिरा दिया गया। इस घटना ने आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद-विरोधी नीतियों पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया।
7 अक्टूबर 1765 को Stamp Act Congress की बैठक हुई, जिसमें नौ अमेरिकी कॉलोनियों के प्रतिनिधि इकट्ठे हुए थे। यह कांग्रेस ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए Stamp Act (अमेरिकी कॉलोनियों पर मुद्रासंकेत कर) के खिलाफ विरोध स्वरूप आयोजित की गई थी। उन्होंने एक संघबद्ध विरोध प्रस्ताव तैयार किया जिसने बाद में अमेरिकी स्वतंत्रता आंदोलन को गति दी। यह घटना अमेरिका के उपनिवेशों में एकता और राजनैतिक चेतना की शुरुआत मानी जाती है।
7 अक्टूबर 1556 को भारत में Battle of Delhi (Tughlaqabad) लड़ी गई। इस युद्ध में Hemu, जो कि सुरवंश का सेनापति था, ने तुगलकाबाद के पास दिल्ली में मुगलों के खिलाफ लड़ाई की। उसने मुगल सैनिकों को हराया और दिल्ली पर काबिज़ होने की कोशिश की। हालांकि बाद में, मुगल सेना ने पुनः दिल्ली पर अधिकार कर लिया। यह घटना अकबर के क्षेत्रीय अधिकार को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी।