![29 अगस्त विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है [Sora Ai]](http://media.assettype.com/newsgram-hindi%2F2025-08-28%2Fupxtbzw8%2Fassetstask01k3rtmew7ew29v0z97jhp1xyg1756401230img1.webp?w=480&auto=format%2Ccompress&fit=max)
29 अगस्त विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जिस पर अनेक ऐतिहासिक घटनाएँ हुई हैं। इस दिन पहला परमाणु परीक्षण, संगीत जगत के बदलाव, अंतरिक्ष और रासायनिक तत्वों की खोज, और प्राकृतिक आपदाओं की त्रासदियाँ शामिल हैं। 29 अगस्त राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रूप से कई अवसरों जैसा दिवस भी माना जाता है, जैसे भारत में नेशनल स्पोर्ट्स डे और संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु परीक्षण-विरोधी दिवस। यह तारीख हमें इतिहास की विविधता और मानवता की सफलताओं व चुनौतियों की याद दिलाती है।आइए जानते हैं 29 अगस्त (History Of 29th August) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) मनाया जाता है क्योंकि यह दिन हॉकी के जादूगर, मेजर ध्यानचंद (Major Dhyanchand) के जन्मदिन पर पड़ता है। ध्यानचंद ने 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाए और अपनी अद्वितीय हॉकी क्षमता से विश्व भर में प्रसिद्ध हुए। इस मौके पर खेलों में फिटनेस, टीमवर्क और अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए देशभर में कार्यक्रम और अभियान आयोजित किए जाते हैं, जिससे युवा पीढ़ी प्रेरित होती है|
29 अगस्त को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तेलुगु भाषा दिवस (Telugu Language Day) मनाया जाता है, जो प्रसिद्ध तेलुगु कवि गिदुगु वेंकट रामामूर्ति (Gidugu Venkata Ramamurthi) का जन्मदिन है। इस दिन तेलुगु भाषा और उसकी साहित्यिक विरासत को सम्मानित किया जाता है। सरकार द्वारा पुरस्कारों का वितरण, सांस्कृतिक आयोजन और भाषा को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित होते हैं, ताकि भाषा की समृद्ध परंपरा और साहित्य को संरक्षित रखा जा सके|
29 अगस्त 1831 को इंग्लैंड में माइकल फैराडे (Michael Faraday) ने यह महत्वपूर्ण प्रयोग किया कि कैसे परिवर्तनशील चुंबकीय क्षेत्र चालक में वोल्टेज उत्पन्न कर सकता है| इलेक्ट्रोमैग्नेटिक (Electromagnetic) प्रेरणा की खोज। इस खोज ने आधुनिक विद्युत जनरेटर, ट्रांसफॉर्मर और अनेक उपकरणों का मार्ग प्रशस्त किया। फैराडे की इस शोध ने आधुनिक विज्ञान और औद्योगिकीकरण में क्रांति ला दी, और उनके सम्मान में SI इकाई “फैराड” का नाम रखा गया।
29 अगस्त 1887 को डॉ. जिवराज नारायण मेहता (Dr. Jivraj Narayan Mehta) का जन्म हुआ, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, चिकित्सक और गुजरात के पहले मुख्यमंत्री बने। उन्होंने गांधीजी के निकट संपर्क में रहकर सविनय अवज्ञा आंदोलनों में भाग लिया और बाद में राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका व्यक्तित्व और योगदान आधुनिक गुजरात और भारत दोनों के लिए प्रेरणादायक रहे।
29 अगस्त 1947 भारतीय संविधान निर्मित करने हेतु संविधान सभा में एक ड्राफ्टिंग कमेटी (Drafting Committee) का गठन किया गया था, जिसका अध्यक्ष डॉ. बी. आर. आंबेडकर(Dr. B. R. Ambedkar) थे। इस कमेटी ने 4 नवंबर 1948 को संविधान का मसौदा प्रस्तुत किया, जिसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने पारित कर दिया। यह वर्ष भारत के संवैधानिक विकास और लोकतंत्र के निर्माण का एक महत्वपूर्ण मोड़ था|
29 अगस्त 1949 को सोवियत संघ (Soviet Union) ने अपना पहला परमाणु बम (Atomic Bomb) (कोड-नाम “फर्स्ट लाइटनिंग” या “जो-1”) कज़ाखस्तान के सेमिपलित्सिंस्क परीक्षण स्थल पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया । इस घटना ने शीत युद्ध की परमाणु दौड़ को गति दी और विश्व को एक द्विध्रुवीय परमाणु शक्तियों के युग में ले गई। इस दिन को आगे चलकर संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु परीक्षण-विरोधी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया, ताकि परमाणु परीक्षणों के खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
29 अगस्त 1949 को के. राधाकृष्णन (K. Radhakrishnan) का जन्म हुआ, जो एक प्रमुख वैज्ञानिक और ISRO के अध्यक्ष और अंतरिक्ष आयोग के सचिव रहे। उनकी अहम भूमिका भारत के स्पेस कार्यक्रम एवं मंगलयान जैसी सफलताओं में रही। उन्होंने देश के अंतरिक्ष प्रयासों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
29 अगस्त 1966 को ब्रिटिश बैंड बीटल्स (The Beatles' last Public Concert) ने सैन फ्रांसिस्को के कैंडीलस्टिक पार्क में अपना आखिरी टिकेटेड लाइव कंसर्ट दिया। यह संगीत जगत के एक युग का अंत था। यह कार्यक्रम न केवल उनके प्रशंसकों के लिए बल्कि संगीत इतिहास में भी विशेष रहा। इसके बाद, बीटल्स ने स्टूडियो पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया था, विशेषकर “रूपले टू पेंटसीर” के साथ उनका रोमांस।
29 अगस्त 2005 को अमेरिका के गल्फ कोस्ट पर तूफान कैटरीना (Hurricane Katrina on the Gulf Coast) ने भयंकर तबाही मचाई। न्यू ऑर्लियन्स (New Orleans) में बाँध टूटने से भारी बाढ़ आई, जिससे लगभग 1,400 लोगों की मौत हुई और अनुमानित नुकसान $200 बिलियन तक पहुँचा । यह प्राकृतिक आपदा अमेरिकी इतिहास की सबसे विनाशकारी आपदाओं में से एक थी, जिसने बुनियादी ढांचे, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से देश को गहरी चोट पहुंचाई। राहत कार्यों, पुनर्वास प्रयासों और जलवायु संवेदनशीलता पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ा।