न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता (Justice Dipankar Datta) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जस्टिस के तौर पर शपथ ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) डी.वाई. चंद्रचूड़ (D.Y. Chandrachud) ने शीर्ष अदालत परिसर में सभी न्यायाधीशों, वकीलों और परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में जस्टिस दत्ता को पद की शपथ दिलाई।
इसी के साथ, शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 28 हो गई है। प्रधान न्यायाधीश समेत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है।
केंद्र सरकार ने रविवार को बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) के मुख्य न्यायाधीश दत्ता को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की थी।
सितंबर में, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में दत्ता को पदोन्नति देने की सिफारिश की थी।
शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक बयान में कहा गया था: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 सितंबर, 2022 को हुई अपनी बैठक में बॉम्बे हाई कोर्ट (पीएचसी: कलकत्ता) के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति देने की सिफारिश की है।
जस्टिस दत्ता को अप्रैल 2020 में बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने 22 जून, 2006 को कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) के स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले संवैधानिक और नागरिक मामलों में मुख्य रूप से शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालय में लॉ की प्रैक्टिस की थी।
आईएएनएस/PT