लालकुआं: नगीना कॉलोनी में टूटते रहे आशियाने, लोग रोते-बिलखते रहे

उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगीना कॉलोनी से अतिक्रमण हटाना शुरू किया था जिसमे पहले चरण कार्रवाई करते हुए दो सौ से अधिक मकानों को ध्वस्त कर भूमि खाली कराई गई।
लालकुआं: नगीना कॉलोनी में टूटते रहे आशियाने, लोग रोते बिलखते रहे(Wikimedia Commons)

लालकुआं: नगीना कॉलोनी में टूटते रहे आशियाने, लोग रोते बिलखते रहे

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सांकेतिक चित्र

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न्यूजग्राम हिंदी: लालकुआं (Lalkuan)में रेलवे विभाग ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से आज शुक्रवार को नगीना कॉलोनी (Nagina Colony) में दूसरे चरण की कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस प्रशासन से तीखी नोकझोक भी हुई।

आधा दर्जन से अधिक लोगों को पुलिस हिरासत में लिया :- वहीं अभियान का विरोध कर रहे नगीना कॉलोनी के आधा दर्जन से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिसमें बंगाली समाज के नेता सुब्रय विश्वास भी शामिल हैं। जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद अपने घरों को खाली करना शुरू कर दिया। दोपहर तक रेलवे ने तीन जेसीबी, एक पोकलैंड की मदद से सौ से अधिक कच्चे पक्के घरों को तोड़ दिया।

<div class="paragraphs"><p>लालकुआं: नगीना कॉलोनी में टूटते रहे आशियाने, लोग रोते&nbsp;बिलखते&nbsp;रहे</p><p>(Wikimedia Commons)</p></div>
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टूटते आशियाने को देख रोते बिलखते रहे लोग:- इस दौरान लोग रोते बिलखते नजर आए, वहीं मजबूर लोग प्रशासन से हाथ जोड़कर गुहार लगाते रहे लेकिन प्रशासन ने एक ना सुनी और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी। इस बीच अपनी आंखों के सामने अपने घरों को तोड़ता देख कुछ बेहोश हो गए। जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डाक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और उनके इलाज में जुट गई। चारों तरफ लोग रोते बिलखते नजर आ रहे थे। जिन्हें देख प्रशासन के लोगों के भी आंसू निकल आए।

बताते चलें कि बीते एक सप्ताह पूर्व नैनीताल हाईकोर्ट (Nanital Highcourt) के आदेश के बाद रेलवे प्रशासन ने जिला प्रशासन और पुलिस फोर्स की मदद से नगीना कॉलोनी में अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया जिसमें प्रशासन ने पहले चरण की कार्रवाई करते हुए लगभग 2 सौ घरों को तोड़ा था, जिसके बाद प्रशासन ने उक्त भूमि पर बचे लगभग सौ से अधिक कच्चे पक्के घरों को नोटिस चस्पा कर खाली करने के निर्देश दिए थे लेकिन प्रशासन के दिए नोटिस के बाद भी लोगों ने घरों को खाली नहीं किया।

<div class="paragraphs"><p>अतिक्रमण हटाओ अभियान</p></div>

अतिक्रमण हटाओ अभियान

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दिया गया था नोटिस:- इधर नोटिस चस्पा का समय कल पूरा हो गया था, आज शुक्रवार को इसी को लेकर रेलवे प्रशासन ने पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान वहां पहले से प्रदर्शन कर रहे लोगों से प्रशासन की तीखी नोकझोक हुई जिसपर पुलिस ने नगीना कॉलोनी के आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। जिसमें बंगाली समाज के नेता सुब्रय विश्वास भी शामिल थे। जिसके बाद रेलवे प्रशासन ने तीन जेसीबी और एक पोकलैंड की मदद से बचें सभी मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। दोपहर तक करीब सौ से अधिक कच्चे पक्के घरों को तोड़कर रेलवे की जमीन खाली की गई।

इधर उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगीना कॉलोनी से अतिक्रमण हटाना शुरू किया था जिसमे पहले चरण कार्रवाई करते हुए दो सौ से अधिक मकानों को ध्वस्त कर भूमि खाली कराई गई। उन्होंने कहा कि उक्त भूमि पर बचे कुछ घरों को खाली करने को लेकर रेलवे प्रशासन ने नोटिस चस्पा कर खाली करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन लोगों ने घरों को खाली नहीं किया गया। जिस पर प्रशासन ने आज दूसरे चरण की कार्रवाई करते हुए सभी घरों को ध्वस्त कर शत-प्रतिशत भूमि से अतिक्रमण खाली कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ तथा शान्ति व्यवस्था बनी रही। अभियान के दौरान पुलिस प्रशासन और आरपीएफ की टीम मौजूद रही, उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

--आईएएनएस/PT

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