हैती में फंसे भारतीयों को ऑपरेशन इंद्रावती के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया

इंद्रावती ऑपरेशन की पूरी जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
Operation Indravati : हैती के 80 फीसदी इलाकों पर सरकार विरोधी गैंगों का कब्जा हो गया है।(Wikimedia Commons)
Operation Indravati : हैती के 80 फीसदी इलाकों पर सरकार विरोधी गैंगों का कब्जा हो गया है।(Wikimedia Commons)

Operation Indravati : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि भारत ने हैती से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन इंद्रावती शुरू किया है। इंद्रावती ऑपरेशन की पूरी जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने ऑपरेशन इंद्रावती में भारत की सहायता करने के लिए हैती के पड़ोसी देश डोमिनिकन रिपब्लिक को धन्यवाद भी दिया है। इंद्रावती ऑपरेशन के अन्तर्गत गुरुवार को 12 भारतीयों को हैती से सुरक्षित निकाला गया है।

वहां नहीं है भारत का दूतावास

हैती के प्रधानमंत्री एरियल हेनरी को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के उद्देश्य से विभिन्न गिरोहों ने देश के प्रमुख प्रतिष्ठानों पर समन्वित हमले शुरू किए हैं। हैती में भारत का एक भी दूतावास नहीं है। इस कारण देश की स्थिति पर डोमिनिकन गणराज्य की राजधानी सैंटो डोमिंगो स्थित भारतीय मिशन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।

इंद्रावती ऑपरेशन के अन्तर्गत गुरुवार को 12 भारतीयों को हैती से सुरक्षित निकाला गया है।(Wikimedia Commons)
इंद्रावती ऑपरेशन के अन्तर्गत गुरुवार को 12 भारतीयों को हैती से सुरक्षित निकाला गया है।(Wikimedia Commons)

हिंसा की चपेट में है हैती

कैरेबियाई देश हैती महीनों से हिंसा की चपेट में है। कुछ दिनों पहले ही हथियारबंद गैंग के समूहों ने देश की राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस में पुलिस स्टेशन, जेल और अन्य स्थानों पर हमला कर शहर को व्यवस्था को तहस नहस कर दिया था। हैती के हालात इतने बुरे हैं कि अमेरिका ने अपने दूतावास से कर्मचारियों को एयरलिफ्ट करके बाहर निकाला। इसके साथ ही विद्रोहियों के बढ़ते दबाव के कारण हैती के प्रधानमंत्री एरिएल हेनरी को इस्तीफा देना पड़ा है।

राजधानी बन गया सबसे खतरनाक शहर

परंतु प्रधानमंत्री एरिएल हेनरी के इस्तीफे देने के बाद भी हैती में शांति और स्थिरता दिखाई नहीं दे रही। कहा जा रहा है कि हैती के 80 फीसदी इलाकों पर सरकार विरोधी गैंगों का कब्जा हो गया है। ये गैंग अपने-अपने लीडर को देश का अगला प्रमुख घोषित करने का प्रयास भी कर रहे हैं। हैती की राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस को इस वक्त दुनिया का सबसे खतरनाक शहर माना जा रहा है। सड़कों पर गैंगों का कब्जा है। वहां पुलिस और प्रशासन व्यवस्था ठप हो चुकी है।

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