एपीजे अब्दुल कलाम के अनुसार बच्चों को ये गुण सीखना है बेहद जरूरी

बच्चों को सही उम्र में सही सिख देना बहुत जरूरी है , इसी से उनके व्यक्तित्व का विकास होता है। कोई बात गलत तरीके से इन्हें प्रभावित ना करे, इस बात का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है।
Parenting Tips -  डाक्टर एपीजे अब्दुल कलामके अनुसार हमे बच्चों को सही उम्र में सही सिख देना बहुत जरूरी है ।(wikimedia commons)
Parenting Tips - डाक्टर एपीजे अब्दुल कलामके अनुसार हमे बच्चों को सही उम्र में सही सिख देना बहुत जरूरी है ।(wikimedia commons)
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Parenting Tips - डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम पूर्व राष्ट्रपति के साथ साथ एक महान वैज्ञानिक भी थे, उनको हम मिसाइल मैन के नाम से भी जानते है वह सबका बड़ा आदर और सम्मान करते थे उनके अनुसार हमे बच्चों को सही उम्र में सही सिख देना बहुत जरूरी है , इसी से उनके व्यक्तित्व का विकास होता है। कोई बात गलत तरीके से इन्हें प्रभावित ना करे, इस बात का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। आज हम उनके अनुसार एक माता पिता को बच्चों के किन बातों पर खास ध्यान रखना चाहिए उन पर बात करेंगे।

 माता-पिता को अपने बच्चों के अंदर संवेदनशीलता का भाव डालना चाहिए।(wikimedia commons)
माता-पिता को अपने बच्चों के अंदर संवेदनशीलता का भाव डालना चाहिए।(wikimedia commons)

डॉक्टर कलाम जी ने कहा - कि माता-पिता को अपने बच्चों के अंदर संवेदनशीलता का भाव डालना चाहिए। एक बच्चे का संवेदनशील होना बेहद जरूरी है इससे बच्चे दूसरों के प्रति दया का भाव रखते हैं और मुश्किल आने पर दूसरों की मदद के लिए खड़े रहते हैं। कलाम जी ने बच्चों में संवेदनशीलता का गुण विकसित करने के लिए इसलिए भी कहा है कि क्योंकि बड़े होकर ऐसे व्यक्ति ही समाज को और बेहतर बना सकते है।

आप अपने पार्टनर से या परिवार के किसी सदस्य से चिल्लाकर या गलत तरीके से बात न करे क्योंकि इसका सीधा प्रभाव आपके बच्चे पर होगा जो उस समय वहीं मौजूद था, वो ये सब व्यवहार कभी नही भूलते। डॉक्टर कलाम कहते हैं कि बच्चे आपके व्यवहार की हर एक चीज को याद रखते हैं और फिर उसे का नकल भी करते हैं। आप जैसा व्यवहार करेंगे, बच्चे भी बड़े होकर ठीक वैसा ही व्यवहार करेंगे।

यदिआप चाहते हैं कि आपका बच्चा कॉन्फिडेंट बने, तो इसकी शुरुआत आपको अपने घर से ही करनी होगी।(wikimedia commons)
यदिआप चाहते हैं कि आपका बच्चा कॉन्फिडेंट बने, तो इसकी शुरुआत आपको अपने घर से ही करनी होगी।(wikimedia commons)

बच्चों को परिवार में प्यार देखना अच्छा लगता है। अगर परिवार के सदस्यों के बीच प्यार हो और घर में खुशी का माहौल रहे, तो इससे बच्चों के मन में भी वह प्यार देख कर खुशी होती है साथ ही बच्चे का आत्मविश्वास भी बढ़ता है, उसका दिमाग तेज होता है और उसे अपनी जिंदगी में ऊंचाईयों को छूने का मौका मिल पाता है। यदिआप चाहते हैं कि आपका बच्चा कॉन्फिडेंट बने, उसका दिमाग तेज हो और वो अपनी जिंदगी में एक सफल इंसान बने, तो इसकी शुरुआत आपको अपने घर से ही करनी होगी।

क्या हो आपका बच्चा शिक्षित तो है लेकिन जीवन - मूल्य कभी नही सिख पाया , ऐसे में वह लापरवाह बन जायेगा और कदर नही करेगा। डॉक्टर कलाम बच्चों के लिए शिक्षा के साथ-साथ उन्हें जीवन के कुछ अच्छे मूल्य सिखाने की भी सलाह देते हैं। उनका कहना है कि " मूल्यों के साथ शिक्षा को कुछ इस तरह तैयार किया जाना चाहिए कि बच्चों के मन में सच्चाई और ईमानदार का विकास हो सके। बच्चों के लिए सीखने की उम्र 5 से 17 साल होती है इसलिए इस दौरान ज्यादा जागरूक रहें।"

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