प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल में पहली बार 21 जून से 24 जून तक राजकीय दौरे पर अमेरिका जायेंगे। इस दौरान वह अनेक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। यह दौरा हर मायने में ऐतिहासिक होगा जंहा विश्व के दो सबसे बड़े और सशक्त लोकतंत्र साझा मंच पर आएंगे। इस दौरे से भारत-अमेरिका साझेदारी को नया आयाम मिलेगा।
इसी दौरे पर टिपण्णी करते हुए लोक उम्मीदवार अभियान के संयोजक डॉ. मुनीश रायज़ादा ने कहा की “आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के साथ ही भारत अमृत काल में प्रवेश कर चूका है, आज हमारा देश विकसित, समृद्धि और महाशक्ति बनने की और अग्रसर है, जैसा की इस अमृत काल के लिए हमारे प्रधानमंत्री ने नारा दिया था - यही समय है, सही समय है, लोक उम्मीदवार अभियान का भी यही मानना है कि देश में लोकतांत्रिक सुधार लाने का यही समय है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से यह अपील करते की वह US Congress को सम्बोधित करते हुए इन तीन लोकतांत्रिक सुधारो को लाने की घोषणा करें - NOTA को सशक्त करना, Electoral Bonds को ख़त्म करना और One Nation-One Election को लागू करना।
NOTA का सशक्तिकरण करना - ADR की एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 लोकसभा चुनाव में कुल चुनकर आए उम्मदवारो में से 43% उम्मदवारो के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज थे। आखिर किसको इसका ज़िम्मेदार ठहराया जाए? वो लोग जो सिर्फ एक शराब की बोतल के लिए अपना वोट बेच देते है या वो राजनितिक दल जो माफिया-अपराधियों को टिकट देते है। हल-फ़िलहाल तो इसका सिर्फ एक समाधान दिखाई पड़ता है, वो है NOTA को सशक्त करना - अगर किसी चुनाव में सबसे ज्यादा वोट NOTA को मिले तो वहां उपचुनाव होना चाहिए और जो उम्मीदवार पहले खड़े हो चुके है उन्हें फिर चुनाव लड़ने से वर्जित किया जाना चाहिए।
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Electoral Bonds को ख़त्म करना - Electoral Bonds ने हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली के भीतर पारदर्शिता के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। जिससे इनका उपयोग राजनीतिक दलों को रिश्वत देने और चुनावों पर प्रभाव डालने के लिए किया जा रहा है। इस से भ्रष्टाचार (Corruption) और काले धन (Black Money) के उपयोग को बढ़ावा मिल रहा है और हमारी राजनितिक प्रणाली की अखंडता पर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है।
One Nation-One Election को लागू करना - देश में हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होता है। इससे टैक्सपेयर के पैसे का बहुत नुकसान होता है और चुनाव मैनेज करने में बहुत साड़ी सरकारी मशीनरी खर्च होती है, साथ ही हर साल चुनाव होने के कारण सरकार राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में उलझ कर रह जायेगी और अपने काम पर ध्यान नहीं दे पायेगी, जिससे अंतिम नुक्सान तो सिर्फ जनता का ही होगा।
लोक उम्मीदवार अभियान (Public Candidate Campaign) देश में लोकतांत्रिक सुधारों के लिए प्रतिबद्ध संगठन है। इसका मुख्य लक्ष्यों में नोटा विकल्प को सशक्त बनाना, चुनावी बॉन्ड को समाप्त करना, एक राष्ट्र एक चुनाव को लागू करना, बड़े नोटों पर प्रतिबंध लगाना तथा अन्य लक्ष्य शामिल है। यह अन्य सुधारों का भी समर्थन करता है जो हमारे लोकतंत्र को अधिक निष्पक्ष और अधिक प्रतिनिधिक बनाएंगे। पूरी जानकारी www.luindia.org पर जाकर प्राप्त करें।