एक समय बिस्तर पर थे, फिट होने के चाह में बना दिया पुशअप्स का वर्ल्ड रिकॉर्ड

12 जनवरी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक बार फिर अपना नाम दर्ज करवाया। पीठ पर 37 किलो 100 ग्राम वजन रखकर उन्होंने एक घंटे में 743 पुशअप्स लगा दिए।
Pushups World Records : पीठ पर 80एलबी वजन रखकर एक घंटे में सबसे ज्यादा पुशअप्स का रिकॉर्ड अब रोहताश के नाम हो गया है। (Wikimedia Commons)
Pushups World Records : पीठ पर 80एलबी वजन रखकर एक घंटे में सबसे ज्यादा पुशअप्स का रिकॉर्ड अब रोहताश के नाम हो गया है। (Wikimedia Commons)

Pushups World Records : दिल्ली के खानपुर के रहने वाले रोहताश ने 12 जनवरी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक बार फिर अपना नाम दर्ज करवाया। पीठ पर 37 किलो 100 ग्राम वजन रखकर उन्होंने एक घंटे में 743 पुशअप्स लगा दिए। पीठ पर 80एलबी वजन रखकर एक घंटे में सबसे ज्यादा पुशअप्स का रिकॉर्ड अब रोहताश के नाम हो गया है। उन्होंने अपना यह रिकॉर्ड दिल्ली पुलिस को समर्पित किया है।

बना चुके है और भी कई रिकॉर्ड

रोहताश ने इससे पहले भी कई बार रिकॉर्ड्स बना चुके है । जुलाई 2016 में रोहताश ने पीठ पर 800 एलबी व एक मिनट में सबसे अधिक पुशअप्स का रिकॉर्ड अप दर्ज किया था। करीब 15 ईंटों का वजन लेकर रोहताश एक मिनट में 51 पुशअप्स लगाए थे। यह फरीदाबाद में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद थे। रोहताश से पहले यह रिकॉर्ड यूके के पेडी डोयले के नाम था जिन्होंने 38 पुशअप्स लगाए थे। वह लागतार साढ़े सात घंटे में 10,200 पुशअप्स लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं।

पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद थे। (Wikimedia Commons)
पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद थे। (Wikimedia Commons)

एक समय पर बिस्तर पकड़ चुके थे

उनका बॉक्सिंग में अपना करियर बनाने और देश के लिए मेडल जीतने का सपना था। परंतु उनका जीवन 2007 में अलग ही दिशा ले लिया। एक हादसे के बाद उनकी रीढ़ की हड्डी में ऐसी चोट लगी कि वह लंबे समय के लिए बिस्तर पकड़ चुके थे। रोहताश बताते हैं कि लोग उन्हें बेचारा कहते थे जो उन्हें बिलकुल ही सहनीय नहीं था। इसके बाद उन्होंने तय किया कि वह दोबारा खुद को फिट करेंगे।

योग से बदला जीवन

रोहताश दोबारा यदि अपने पैरों पर खड़े हो सके और कई वर्ल्ड रिकॉर्ड उनके कदमों में हैं तो वह इसके लिए योग को पूरा श्रेय देते हैं। रोहताश ने 2011 में योग की शुरुआत की और करीब 5 सालों तक योगसाधना की। इसके अलावा खानपान का भी विशेष ध्यान रखा। वह खाने में मोटे अनाज को को शामिल करते हैं। दूध के साथ ड्राई फ्रूट और अंकुरित चीजें खाते हैं।

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