न्यूज़ग्राम हिंदी: IIT BHU के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर अपने हुनर का जज्बा दिखाते हुए एक नयी खोज की है, जिसके जरिये आप मई के प्रचंड गर्मी में भी मार्च जैसा अनुभव पा सकेंगे। यहाँ बता दें कि इस वर्ष के मार्च-अप्रैल की गर्मी ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे में वाराणसी के IIT BHU के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर अपना कौशल दिखाते हुए न केवल एक नवीन खोज की है बल्कि समाज के लिए अपने कर्तव्य को भी बखूभी निभाया है।
IIT BHU के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (Department of Mechanical Engineering) के वैज्ञानिकों ने इस गर्मी की समस्या से निजात पाने के लिए एक ऐसी सतह तैयार की है जिसके अन्दर का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम ही रहता है। इसकी ख़ास बात यह है कि इसमें न तो आपको बिजली का व्यय सहना पड़ेगा और नहीं पानी का खर्च। दरअसल यह सतह लगभग 97 प्रतिशत सूर्यकिरणों को परावर्तित कर देता है जिससे कमरे के अन्दर ठंडक बनी रहती और मई में ही मार्च जैसा अनुभव प्राप्त होता है। वैज्ञानिकों ने फिलहाल इस सतह का नाम कूल रेडिएटिव कोटिंग (Cool Radiative Coating) रखा है।
पॉलीमर (Polymer) और नानो पार्टिकल (Nano-Particle) द्वारा निर्मित यह कूल रेडिएटिव कोटिंग, सूरज की किरणों को रिफ्लेक्ट करने के साथ-साथ इन्फ्रारेड किरणों को भी बहार करता है। यह आविष्कार SERB (Science and Engineering Research Board) के IMPRINT प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसे वैज्ञानिक जल्द ही सरकार को सौपेंगे।
अगर आप भी इसे अपने घर में इम्प्लिमेंट करना चाहते हैं तो आपको थोड़ा इन्तजार करना पड़ेगा क्योंकि अभी इसे सरकर द्वारा स्वीकार किया जाना बाकी है। वैसे तो 10 फीट चौड़े और 15 फीट लम्बे कमरे में इस कोटिंग को लगाने का खर्च लगभग 10 हज़ार का आया है। ऐसा अनुमान है कि यदि इसका निर्माण इंडस्ट्रियल लेवल पर किया जाएगा तो इसकी कीमत लगभग 6000 तक आएगी।