अब नष्ट होगा Plastic!

प्राकृतिक रूप से प्लास्टिक को नष्ट होने में कई साल लगते हैं, लेकिन जर्मनी के वैज्ञानिकों ने अब एक अत्यधिक प्रभावशाली एंजाइम की खोज की है।
अब नष्ट होगा Plastic! (सांकेतिक चित्र)
अब नष्ट होगा Plastic! (सांकेतिक चित्र) Pixabay

प्लास्टिक (Plastic) आज के समय की प्रमुख समस्या में से एक है। इसके निदान के लिए विज्ञान भी पुरजोर तरीके से प्रयास कर रहा है। प्राकृतिक रूप से प्लास्टिक को नष्ट होने में कई साल लगते हैं, लेकिन जर्मनी के वैज्ञानिकों ने अब एक अत्यधिक प्रभावशाली एंजाइम की खोज की है, जो रिकॉर्ड समय में प्लास्टिक के कंपोनेंट्स (Components) को तोड़ देता है।

प्लास्टिक के कंपोनेंट्स (Components) को तोड़ने वाले एंजाइम जिसे पॉलिएस्टर हाइड्रोलेस (PHL7) कहा जाता है। मीडिया रिपोर्ट के माने तो हाल ही में यह एंजाइम जर्मनी के एक कब्रिस्तान (Germany Cemetery) में खाद को अवशोषित करते हुए पाया गया था। जर्मन वैज्ञानिकों ने पाया कि नया पाया गया PHL7 LLC की तुलना में कम से कम दो गुना तेज है

वैज्ञानिकों ने पाया कि प्लास्टिक (Plastic) को विघटित करने के लिए PHL7 को किसी पूर्व-उपचार की जरूरत नहीं है। यह प्लास्टिक को बिना पीसे या पिघलाए नष्ट कर सकता है। इस प्रकार, PHL7 जैसे शक्तिशाली एंजाइमों से कम कार्बन (Carbon) और पेट्रोकेमिकल्स (Petrochemicals) के उपयोग के बिना, एक महत्वपूर्ण पीईटी प्लास्टिक (PET Plastic) की एक स्थायी रीसाइक्लिंग प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।

यह वैकल्पिक ऊर्जा-बचत प्लास्टिक रीसाइक्लिंग (Plastic Recycling) प्रक्रियाओं को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। जर्मनी के लीपजिग यूनिवर्सिटी (Leipzig University) के माइक्रोबायोलॉजिस्ट (Microbiologist) वोल्फगैंग जिमर्मन ने कहा कि यह एंजाइम 16 घंटे से भी कम समय में पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट (Polyethylene Terephthalate) को 90 फीसदी तक विघटित करने में सक्षम है।

अब नष्ट होगा Plastic! (सांकेतिक चित्र)
World Press Freedom Index 2022: न्यायोचित नहीं है हिंदुस्तान का 150 वां स्थान!

गौरतलब है कि फिलहाल प्लास्टिक (Plastic) को नष्ट करने के लिए रिसाइकिलिंग ही एक तरीका है हालांकि, इससे महज प्लास्टिक कचरे का 10 फीसदी हिस्सा ही रिसाइकिल हो पाता था। ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि इस एंजाइम की मदद से प्लास्टिक संकट को जल्द ही दूर किया जा सकेगा।

Written By Lakshya Gupta :: Input Various Sources

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com