
सरकार के अनुसार, यह प्लेटफॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), साइबर सिक्योरिटी, डेटा साइंस, सेमीकंडक्टर और संबंधित क्षेत्रों जैसी खास तकनीकों में उद्योग-केंद्रित प्रोग्राम प्रदान करेगा। यह युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल से लैस करने के लिए लचीले डिजिटल लर्निंग मोड और वर्चुअल लैब भी उपलब्ध कराएगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Minister Ashwini Vaishnav) ने बिहार के मुजफ्फरपुर, ओडिशा के बालासोर, आंध्र प्रदेश के तिरुपति, दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव के दमन और मिजोरम के लुंगलेई में भी पांच नए नेलिट केंद्रों का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया।
इन नए केंद्रों के जुड़ने से नेलिट भारत के तकनीकी भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। इस लॉन्च कार्यक्रम के दौरान नेलिट और माइक्रोसॉफ्ट, जीस्केलर, डिक्सन टेक और फ्यूचर क्राइम के बीच समझौता ज्ञापन भी हस्ताक्षरित किए गए।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Minister Ashwini Vaishnav) ने कहा, “तीन साल पहले डिजिटल यूनिवर्सिटी स्थापित करने का फैसला लिया गया था। कई विकल्प थे, लेकिन सबसे अच्छा विकल्प नेलिट था। हमें 500 इंडस्ट्री पार्टनर्स की एक सूची बनानी चाहिए और वे जरूरी नहीं कि सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक्स या आईटी क्षेत्र से ही हों। ये टेक्नोलॉजी अब हर क्षेत्र में इस्तेमाल होती है।”
उन्होंने कहा, “जहां कहीं भी इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी का इस्तेमाल होता है, हमारा लक्ष्य छात्रों को प्रशिक्षित करना और उन्हें उन विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार करना होना चाहिए। आज, केवल इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र ही 13 लाख करोड़ रुपए का उद्योग बन गया है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि नेलिट निकट भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा।”
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