Survey: भारत में 77 फिसद लोगों ने रील देखने के बाद कोई चीज़ खरीदी

मेटा(Meta) ने मंगलवार को मेडोनरील्स के लॉन्च की घोषणा की, जो देश में सभी वर्टिकल में रील्स विज्ञापनों की शक्ति को ब्रांड तक ले जाने के लिए डिजाइन किया गया एक कार्यक्रम है।
भारत में 77 फिसद लोगों ने रील देखने के बाद कोई चीज़ खरीदी: Survey

भारत में 77 फिसद लोगों ने रील देखने के बाद कोई चीज़ खरीदी: Survey

Survey

न्यूज़ग्राम हिंदी: मेटा(Meta) ने मंगलवार को मेडोनरील्स के लॉन्च की घोषणा की, जो देश में सभी वर्टिकल में रील्स विज्ञापनों की शक्ति को ब्रांड तक ले जाने के लिए डिजाइन किया गया एक कार्यक्रम है। कार्यक्रम का उद्देश्य रीलों पर मनोरंजक कहानी के माध्यम से और भारत में संपन्न क्रिएटर इकोसिस्टम की शक्ति का लाभ उठाकर ब्रांड्स को व्यावसायिक परिणामों को सुपरचार्ज करने में सक्षम बनाना है।

वर्ष की शुरुआत में भारत में मेटा ने रील्स विज्ञापनों के उनके मार्केटिंग उद्देश्यों पर पड़ने वाले प्रभाव को निर्धारित करने के लिए श्रेणियों में अग्रणी ब्रांडों के साथ काम करने का निर्णय लिया।

<div class="paragraphs"><p>भारत में 77 फिसद लोगों ने रील देखने के बाद कोई चीज़ खरीदी: Survey</p></div>
मणिपुरी फिल्म 'Ishanou' बनी वर्ल्ड क्लासिक, Cannes Film Festival में होगा प्रीमियर



उत्साहजनक परिणामों के आधार पर मेटा अब व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए हैशटैगमेडऑनरील्स लॉन्च कर रहा है। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए वर्टिकल के ब्रांडों से ब्रीफ आमंत्रित कर रहा है।

चयनित ब्रांडों को रचनात्मक समर्थन, कार्यक्रम समर्थन और रील्स अभियानों पर प्रत्येक तीन रचनाकारों के साथ उनके विशिष्ट विपणन उद्देश्यों के आसपास काम करने का अवसर प्राप्त होगा।

निहारिका एनएम, बरखा सिंह, आरजे करिश्मा, आयुष मेहरा, विराज घेलानी, रूही दोसानी और मासूम मिनावाला जैसे प्रमुख क्रिएटर्स हैशटैगमेडऑनरील्स प्रोग्राम का हिस्सा बनने जा रहे हैं।

भारत में मेटा के विज्ञापन व्यवसाय के निदेशक और प्रमुख अरुण श्रीनिवास ने कहा : अब तक किए गए ब्रांड अभियानों के परिणाम प्रदर्शित करते हैं कि रील्स विज्ञापनों और रचनाकारों का शक्तिशाली संयोजन ब्रांडों के विकास को सुपरचार्ज कर सकता है और उनके प्रमुख विपणन उद्देश्यों को पूरा कर सकता है। हमारा लक्ष्य मेटा में व्यवसायों को विकसित उपभोक्ता व्यवहार के निर्माण में मदद करने और देश में डिजिटल विज्ञापन के भविष्य के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद करना है।

--आईएएनएस/VS

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com