यदि एक फोन में हैं दो सिम, तो अब भरना पड़ेगा एक्स्ट्रा चार्ज

ट्राई जल्द ही सिम कार्ड के नियमों में बदलाव कर सकती है। अगर आप बिना जररूत के कोई फोन में दो सिम कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो आपसे अब एक्स्ट्रा चार्ज लिया जा सकता है। ग्राहकों से यह चार्ज मासिक या फिर सालाना लिया जा सकता है।
TRAI : आने वाले समय में मोबाइल और लैंडलाइन नंबर का इस्तेमाल करना महंगा भी हो सकता है।(Wikimedia Commons)
TRAI : आने वाले समय में मोबाइल और लैंडलाइन नंबर का इस्तेमाल करना महंगा भी हो सकता है।(Wikimedia Commons)
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TRAI : मोबाइल अब हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, बिना मोबाइल के जीवन जीना अब असंभव हो गया है। लेकिन आपको जानकर दुख होगा कि आने वाले समय में मोबाइल और लैंडलाइन नंबर का इस्तेमाल करना महंगा भी हो सकता है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि टेलीकाम रेगुलेटर ट्राई ने मौजूदा और नए आवंटित नंबरों का विवेकपूर्ण और कुशल उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों पर शुल्क लगाने का प्रस्ताव पेश किया है। यदि ऐसा हुआ तब कंपनियां इस शुल्क का बोझ सीधा ग्राहकों पर डाल सकती हैं। ट्राई ने इस प्रस्ताव पर सभी हितधारकों से अपनी प्रतिक्रिया मांगी है।

ट्राई बना सकता है नया प्लान

आपको बता दें कि ट्राई जल्द ही सिम कार्ड के नियमों में बदलाव कर सकती है। ट्राई की तरफ से मोबाइल ऑपरेटर्स से मोबाइल फोन और लैंडलाइन के लिए एक्स्ट्रा चार्ज लेने का प्लान बनाया जा सकता है। अगर आप बिना जररूत के कोई फोन में दो सिम कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो आपसे अब एक्स्ट्रा चार्ज लिया जा सकता है। ग्राहकों से यह चार्ज मासिक या फिर सालाना लिया जा सकता है।

नियम यह है कि अगर कोई सिम कार्ड लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया गया है तो उसे ब्लैकलिस्ट करके बंद कर देना चाहिए। (Wikimedia Commons)
नियम यह है कि अगर कोई सिम कार्ड लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया गया है तो उसे ब्लैकलिस्ट करके बंद कर देना चाहिए। (Wikimedia Commons)

जिन यूजर्स ने लंबे समय से अपने सिम कार्ड को एक्टिव नहीं किया है और उनके नंबर को मोबाइल ऑपरेटर्स बंद नहीं कर रहे हैं, मोबाइल नंबर बंद करके मोबाइल ऑपरेटर्स अपना यूजर बेस नहीं कम करना चाहते। जबकि नियम यह है कि अगर कोई सिम कार्ड लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया गया है तो उसे ब्लैकलिस्ट करके बंद कर देना चाहिए। ऐसे में ट्राई की ओर से मोबाइल ऑपरेटर्स पर जुर्माना लगाया जा सकता है।

मिलियन में है इनएक्टिव नंबर्स की संख्या

ट्राई के आंकड़ों की मानें, तो इस समय करीब 219 मिलियन से ज्यादा मोबाइल नंबर लंबे समय से एक्टिव नहीं हैं। ये सभी मोबाइल नंबर्स ब्लैक लिस्ट कैटेगरी में शामिल किए गए हैं। आपको बता दें कि यह कुल मोबाइल नंबर का 19 फीसदी है जो एक गंभीर समस्या है। सरकार की तरफ से मोबाइल ऑपरेटर्स को मोबाइल नंबर की सीरीज जारी की जाती है। मोबाइल नंबर एक सीमित मात्रा में मौजूद हैं और ऐसे में सही तरीके उपयोग किए जा सकते हैं।

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