नमन कुमार, अमन, जो एक आईटी कंपनी के लिए काम करता है, ने कथित तौर पर खुद को "अपहरणकर्ता" के रूप में पेश किया और अपने माता-पिता को विभिन्न वॉयस मॉड्यूलेशन ऐप के माध्यम से उन्हें धमकी देने के लिए बुलाया।
पुलिस के मुताबिक, उन्हें सोमवार दोपहर को नमन के परिवार से शिकायत मिली। नमन की मां ट्विंकल ने शिकायत की कि उनके बेटे का केजीएमयू के पास से अपहरण कर लिया गया था और उन्हें उसके फोन से 20 लाख रुपये की जबरन वसूली के लिए कई कॉल और संदेश मिले।
अतिरिक्त डीसीपी पश्चिम, चिरंजीव नाथ सिन्हा ने कहा, “हमने संदेशों और कॉलों का अध्ययन किया। कॉल करने वाला 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने की कोशिश कर रहा था और बातचीत के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस टीम परिवार के घर गई और कई सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया। हमने पाया कि वह आदमी बार-बार कह रहा था कि आपके बेटे का भी वही हश्र होगा जो 'वीरेन' का हुआ था, जिसका बहुत पहले बिहार के रोहतास जिले से अपहरण कर लिया गया था और वह कभी वापस नहीं लौटा।''
सिन्हा ने कहा, "इस बीच, तकनीकी निगरानी हमें अमौसी हवाईअड्डे तक ले गई और हमने सीसीटीवी की जांच की, इसमें नमन को सुबह 10 बजे अमौसी हवाईअड्डे पर उतरते और फिर बीच में अपने दोस्तों से मिलते देखा गया।"
इसके अलावा, तकनीकी टीम ने नाका हिंडोला इलाके में नमन के मोबाइल फोन की लोकेशन को ट्रैक किया, इसके बाद अलर्ट जारी किया गया और सादे कपड़ों में पुलिस की छह टीमों द्वारा लगभग 250 होटलों की जांच की गई।
एडीसीपी ने कहा, "हमें नमन कुमार चारबाग के पानदरीबा इलाके में विमल रेजीडेंसी में मिला।"
सिन्हा ने कहा कि जब उन्होंने उससेे पूछताछ की तो, उसने कबूल कर लिया कि उसने अपने अपहरण की साजिश रची थी क्योंकि वह वित्तीय संकट में था। नमन कुमार ने हाल ही में बिटकॉइन में निवेश करके पैसा खो दिया था और उस पर 54 लाख रुपये का बकाया था।
सिन्हा ने कहा, इसके बाद उसने परिवार से पैसे ऐंठने के लिए "अपहरण" की योजना बनाई। (IANS/AP)