
क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) के अधिकारियों के अनुसार, जब्त की गई ई-सिगरेट (E Cigaratte) डिजिटल फॉर्मेट की हैं, जिनमें एक यूनिट से 200 से 250 पफ्स लिए जा सकते हैं। भारत (India) में इनकी कीमत लगभग 2 हजार रुपए प्रति यूनिट है, जबकि चीन से यह केवल 500 रुपए में उपलब्ध होती हैं। भारी मुनाफे को देखते हुए आरोपी ने लॉकडाउन के दौरान ही इस तस्करी का धंधा शुरू किया।
कस्टम विभाग की सख्ती को देखते हुए आरोपी ने माल लाने के लिए समुद्री मार्ग को चुना। पकड़ी गई खेप को दक्षिण मुंबई के मॉल इलाकों और पुणे जैसे बड़े शैक्षणिक केंद्रों में बेचने की योजना थी। एजेंट्स के जरिए आरोपी इन ई-सिगरेट्स को युवाओं तक पहुंचाता था।
ई-सिगरेट का चलन खासकर किशोरों और कॉलेज जाने वाले युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। यह नशा कूल और फैशनेबल दिखने का जरिया माना जाने लगा है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ई-सिगरेट का सेवन फेफड़ों की गंभीर बीमारियों, सांस लेने में कठिनाई और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। चिंताजनक बात यह है कि कई नाबालिग भी इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और इस तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर युवाओं को निशाना बनाकर ई-सिगरेट की अवैध सप्लाई कर रहा था।
(BA)