न्यूजग्राम हिंदी: स्वयंभू खालिस्तानी उपदेशक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के माता-पिता ने गुरुवार को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल (Dibrugarh Central Jail) में बेटे से मुलाकात की। एक जेल अधिकारी ने यह जानकारी दी। पंजाब (Punjab) के मोगा (Moga) जिले के रोडे गांव से हिरासत में लिए जाने के बाद से वारिस पंजाब डे (डब्ल्यूपीडी) प्रमुख 23 अप्रैल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह (Tarsem Singh) और मां बलविंदर कौर (Balvindar Kaur) गुरुवार को अपने बेटे से मिलने डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल पहुंचे। वे डिब्रूगढ़ हवाई अड्डे (Dibrugarh Airport) पर उतरने के बाद सीधे जेल गए, जहां वे जेल अधिकारियों से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद अपने बेटे से मिले।
चार मई को अमृतपाल की पत्नी किरणपाल कौर (Kiranpal Kaur) ने डिब्रूगढ़ जेल में उनसे मुलाकात की थी। उनके साथ अमृतपाल के सहयोगी दलजीत सिंह कलसी के परिवार के सदस्य भी थे, जो उसी जेल में बंद हैं। कलसी की पत्नी और बेटी ने उनसे डिब्रूगढ़ जेल में मुलाकात की।
गौरतलब है कि अमृतपाल के करीबी सहयोगी पापलप्रीत और चाचा हरजीत सिंह सहित नौ अन्य सहयोगी भी मार्च से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक कट्टरपंथी उपदेशक को अलग सेल में रखा गया है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी उससे पहले ही पूछताछ कर चुके हैं।
जेल प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद कैदियों से मिल सकते हैं। इससे पहले, पिछले हफ्ते, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य और अमृतपाल सिंह के कुछ सहयोगियों के रिश्तेदार गिरफ्तार लोगों से मिलने के लिए डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल आए थे।
गौरतलब है कि एसजीपीसी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून/SGPC (एनएसए) के तहत अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की गिरफ्तारी को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय (Haryana High Court) में चुनौती देने की भी तैयारी कर रही है।
--आईएएनएस/PT