क्या आपने मुलाकात की भारत के पहले AI स्कूल से? जानें स्कूल से जुड़ी पूरी जानकारी।

यदि आपसे पूछा जाए कि AI स्कूल के बारे में आपका क्या ख्याल है? तो आपके मन में सबसे पहला ख्याल आ रहा होगा कि शायद इस स्कूल में चैट जीपीटी जैसे सिस्टम या तकनीक पढ़ाई जाएगी या रोबोट पढ़ाया जाएगा? आपको बता दें कि यह ख्याल बिलकुल गलत है
AI :- 21वीं सदी के इस आधुनिक युग में हर जगह केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात हो रही हैं। [Pixabay]
AI :- 21वीं सदी के इस आधुनिक युग में हर जगह केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात हो रही हैं। [Pixabay]

21वीं सदी के इस आधुनिक युग में हर जगह केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात हो रही हैं। वैसे ही सभी लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को समझने की काफी कोशिश कर रहे हैं, कई लोगों ने इस बदलते तकनीक को समझने में सफलता हासिल की है तो कई लोग अभी इससे जूझ रहे हैं ऐसे में एक और चौंकाने वाली खबर आ रही है। खबर कुछ ऐसी है कि अब AI स्कूल का जिक्र बड़ी ही तेजी के साथ हो रहा है। यदि आपसे पूछा जाए कि AI स्कूल के बारे में आपका क्या ख्याल है? तो आपके मन में सबसे पहला ख्याल आ रहा होगा कि शायद इस स्कूल में चैट जीपीटी जैसे सिस्टम या तकनीक पढ़ाई जाएगी या रोबोट पढ़ाया जाएगा? आपको बता दें कि यह ख्याल बिलकुल गलत है जी हां आज हम आपको भारत के पहले AI स्कूल के सैर पर ले चलेंगे और जानेंगे कि क्या सच में AI स्कूल एक्जिस्ट करता है?

कहां है यह स्कूल?

देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्कूल केरल के तिरुवंतपुरम में शुरू हुआ है। इसका नाम शांति गिरी विद्या भवन है। इसका उद्घाटन बीते अगस्त महीने में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा हुआ था। साल 1978 में स्थापित शांतिगिरी विद्या भवन में टीचर्स के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह स्कूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लर्निंग, इंजन अमेरिका और वैदिक ई स्कूल के सहयोग से शुरू हुआ है।

शांतिगिरी विद्या भवन में टीचर्स के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।[Pixabay]
शांतिगिरी विद्या भवन में टीचर्स के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।[Pixabay]

क्या है ख़ास

देश के पहले ए स्कूल में बच्चों को पढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी। जिसमें सिलेबस डिजाइन, पर्सनलाइज्ड लर्निंग, मूल्यांकन, डाटा एनालिसिस आदि में मशीन लर्निंग नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और डाटा एनालिसिस जैसे आईटी तकनीक का इस्तेमाल शामिल है। इस स्कूल में आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई होगी यहां ए अलग-अलग टेस्ट लेवल पर एप्टीट्यूड टेस्ट काउंसलिंग करियर प्लानिंग और चीजों को याद रखने में मदद करेगा।

 सिलेबस डिजाइन, पर्सनलाइज्ड लर्निंग, मूल्यांकन, डाटा एनालिसिस आदि में मशीन लर्निंग नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और डाटा एनालिसिस जैसे आईटी तकनीक का इस्तेमाल शामिल है।[Pixabay]
सिलेबस डिजाइन, पर्सनलाइज्ड लर्निंग, मूल्यांकन, डाटा एनालिसिस आदि में मशीन लर्निंग नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और डाटा एनालिसिस जैसे आईटी तकनीक का इस्तेमाल शामिल है।[Pixabay]

स्कूल के बच्चों को आई इंटरव्यू में अच्छा परफॉर्मेंस करने ग्रुप डिस्कशन मैथ्स अंग्रेजी की पढ़ाई राइटिंग स्किल ठीक करने जैसी चीजों को सिखाने में भी ध्यान देगी। आपको बता दें कि जी और नीट की तैयारी भी इस स्कूल में करवाई जाएगी। यह स्कूल बच्चों को फ्यूचर लर्निंग में मदद करेगा जैसे की दुनिया की विख्यात यूनिवर्सिटीज और उन में मिलने वाले स्कॉलरशिप आदि के बारे में भी जानकारी मिलेगी।

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