मोदी ने बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम को लेकर जताई चिंता

पीएम नरेन्द्र मोदी परीक्षा पे चर्चा-2023(Pariksha Pe Charcha 2023) के तहत देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों और उनके अभिभावकों से संवाद किया।
 मोदी ने बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम को लेकर जताई चिंता (WIkimedia Commons)

मोदी ने बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम को लेकर जताई चिंता (WIkimedia Commons)

मोदी

न्यूज़ग्राम हिंदी: पीएम नरेन्द्र मोदी परीक्षा पे चर्चा-2023(Pariksha Pe Charcha 2023) के तहत देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों और उनके अभिभावकों से संवाद किया। मध्य प्रदेश के एक छात्र द्वारा पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में युवाओं के बढ़ते स्क्रीन टाइम पर चिंता जताई।

दिल्ली से वर्चुअली प्रसारित चर्चा में समत्व भवन से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भोपाल के आठ स्कूलों के 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। परीक्षा पे चर्चा में भोपाल के शासकीय सुभाष उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 12वीं की छात्रा कु. रितिका घोड़के दिल्ली से सम्मिलित हुईं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से प्रश्न किया कि हम अधिक से अधिक भाषाएं कैसे सीख सकते हैं? प्रधानमंत्री मोदी ने रितिका से कहा कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए। हमारे देश में संस्कृत और तमिल जैसी विश्व की सबसे अधिक समृद्ध भाषाएँ विद्यमान हैं। अपनी भाषा के अलावा अन्य भाषा सीखने से हम विभिन्न सांस्कृतिक परिवेश से परिचित होते हैं।

<div class="paragraphs"><p>मोदी ने बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम को लेकर जताई चिंता (IANS)</p></div>

मोदी ने बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम को लेकर जताई चिंता (IANS)

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परीक्षा पे चर्चा में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय अहमदाबाद पैलेस कोहेफिजा भोपाल के छात्र दीपेश अहिरवार ने सोशल मीडिया से एकाग्रता में व्यवधान के संबंध में प्रश्न किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में युवाओं का बढ़ता स्क्रीन टाईम्स चिंता का विषय है।

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Pariksha Pe Charcha 2023 इस बार जनवरी में, पीएम मोदी ने की बच्चों से बात

हमें स्मार्ट फोन का स्मार्ट तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना होगा। हमें सचेत रहना होगा कि हम इन तकनीकी साधनों के गुलाम नहीं बनें। इनका उपयोग अपनी आवश्यकता के अनुसार करें, टेक्नोलॉजी फास्टिंग अपनाएँ और घर में नो टेक्नोलॉजी जोन के रूप में ऐसी जगहें विकसित करें जहाँ परिवार के सदस्यों को मोबाइल आदि लाने की अनुमति न हो और परिवार के सदस्यों में परस्पर संवाद को प्रोत्साहित किया जा सके।

--आईएएनएस/VS

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