2023 में इन महिलाओं ने रच दिया इतिहास, देश को है इनपर गर्व

वर्तमान में महिलाएं राष्ट्र की प्रगति के लिए पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। खेतीबारी से लेकर वायुयान और अंतरिक्ष तक जा रही है।
Women Empowerment 2023 - डॉ रितु इसरो की सीनियर साइंटिस्ट हैं। मार्स ऑर्बिटर मिशन की सफलता में उनकी अहम भागीदारी रही है।  (Wikimedia Commons)
Women Empowerment 2023 - डॉ रितु इसरो की सीनियर साइंटिस्ट हैं। मार्स ऑर्बिटर मिशन की सफलता में उनकी अहम भागीदारी रही है। (Wikimedia Commons)
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Women Empowerment 2023 - राष्ट्र की प्रगति में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है। वर्तमान में महिलाएं राष्ट्र की प्रगति के लिए पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। खेतीबारी से लेकर वायुयान और अंतरिक्ष तक जा रही है। घर का काम हो, बड़ा बिजनेस चलाना या गांव में सरपंच और मुखिया के पद पर काम करना हो सबमें महिलाओ का बड़ा योगदान रहा है। 2023 में हमारे भारत की कई महिलाओं ने इतिहास रचा और भारत का नाम रोशन किया। इस साल जिन महिलाओं ने हमें गर्वांवित महसूस करवाया और आशा करते है की उनसे प्रेरणा लेकर देश की महिलाएं और आगे बढ़े, तो आइए जाने इनके बारे में।

डॉ रितु करिधाल (राकेट वुमन)

भारत की 2023 की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक चंद्रयान-3 है जिसका सफलता पुरे भारत में मनाया गया आपको बता दे कि वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक डॉ रितु करिधाल श्रीवास्तव को चंद्रयान-3 की लीडिंग की जिम्मेदारी दी गई थी। यही वजह है कि डॉ रितु को भारत की 'राकेट वुमन' कहा जाने लगा। डॉ रितु इसरो की सीनियर साइंटिस्ट हैं। मार्स ऑर्बिटर मिशन की सफलता में उनकी अहम भागीदारी रही है। इस मिशन की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर भी रह चुकीं है।

2023 में भारत के रेलवे बोर्ड द्वारा पहली महिला अध्यक्ष जया वर्मा सिंहा को चुना गया।  (Wikimedia Commons)
2023 में भारत के रेलवे बोर्ड द्वारा पहली महिला अध्यक्ष जया वर्मा सिंहा को चुना गया। (Wikimedia Commons)

जया वर्मा सिन्हा (रेलवे बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष)

2023 में भारत के रेलवे बोर्ड द्वारा पहली महिला अध्यक्ष जया वर्मा सिंहा को चुना गया। अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होकर जया वर्मा ने इतिहास रच दिया। इसके साथ ही जया सिंहा ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कमीशन ऑफ इंडिया में रेलवे एडवाइजरी के रूप में 4 साल तक काम किया है। इनकी उपलब्धि महिलाओं को प्रेरित करने के साथ देश के विकास के लिए भी एक अहम भूमिका है।

मनीषा पाढ़ी  को भारतीय सशस्त्र बल में भारत की पहली महिला सहायक-डी-कैंप (एडीसी) के रूप में चुना गया है।  (Wikimedia Commons)
मनीषा पाढ़ी को भारतीय सशस्त्र बल में भारत की पहली महिला सहायक-डी-कैंप (एडीसी) के रूप में चुना गया है। (Wikimedia Commons)

मनीषा पाढ़ी (पहली महिला एडीसी)

भारतीय वायु सेना के 2015 बैच की आईएएफ (IAF) अधिकारी मनीषा पाढ़ी को भारतीय सशस्त्र बल में भारत की पहली महिला सहायक-डी-कैंप (एडीसी) के रूप में चुना गया है। इसके साथ ही मनीषा पाढ़ी देश की पहली महिला एडीसी बन गई है वह वायु सेना की (आईएएफ) की एक महिला अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर हैं। इस पद को हासिल कर मनीषा ने उन सभी महिलाएं जो वायु सेना में आने का सपना देखती है, उन्हें और प्रेरित किया है।

 नागालैंड राज्यसभा में एस फांगनोन कोन्याक को पहली महिला सदस्य के रूप में चुना गया है। (Wikimedia Commons)
नागालैंड राज्यसभा में एस फांगनोन कोन्याक को पहली महिला सदस्य के रूप में चुना गया है। (Wikimedia Commons)

फांगनोन कोन्याक (नागालैंड राज्यसभा की पहली महिला सदस्य)

2023 की उपलब्धियों में भारत का उत्तर पूर्वी राज्य नागालैंड भी इसमें शामिल है। फांगनोन कोन्याक उत्तर पूर्वी राज्य में रहने वाली महिलाओ की रोल मॉडल बन गई है दरअसल नागालैंड राज्यसभा में एस फांगनोन कोन्याक को पहली महिला सदस्य के रूप में चुना गया है। इसके साथ ही वह अपने क्षेत्र में महिला मोर्चा की राज्य अध्यक्ष का पद धारण करती हैं। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रसन्नता व्यक्त की थी।

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