न्यूजग्राम हिंदी: प्रत्येक वर्ष 2 जून तेलंगाना स्थापना दिवस (Telangana Formation Day) के रूप में मनाया जाता है। इसे बनाने के लिए फरवरी 2014 में कांग्रेस कार्य समिति और भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोकसभा (Loksabha) में बिल पारित किया गया था। यह दिवस प्रथम बार 2014 में मनाया गया। तेलंगाना राज्य आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) से अलग होकर बना था। यह ऐतिहासिक दिवस एक लंबे आंदोलन के बाद आया था जिसने कोई नया राज्य भाषा के आधार पर नहीं बल्कि सांस्कृतिक आधार पर बनाया गया था। यह दिवस उन लोगों की याद दिलाता है, जो इस राज्य को अलग बनाने के लिए अपनी जी जान लगा रहे थे। प्रत्येक वर्ष इस दिन को मनाने के लिए बहुत सी कॉन्फ्रेंस और इवेंट आयोजित किए जाते हैं।
यदि इस दिन के इतिहास के बारे में बात की जाएं तो 1 नवंबर 1956 के दिन तत्कालीन मद्रास (Madras) से अलग कर तेलंगाना को आंध्र प्रदेश के साथ तेलुगु (Telugu) बोलने वाले लोगों के आधार पर विलय कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद 1969 में तेलंगाना में एक बार फिर से अलग राज्य की मांग उठने लगी। जिसमें छात्र संघ, सरकारी कर्मचारी और सामाजिक संगठन मुख्य भूमिका निभा रहे थे। इतना ही नहीं यह विरोध बहुत हिंसात्मक हो गया था और पुलिस की फायरिंग में कई लोग मारे भी गए थे। विरोध का नतीजा यह हुआ कि 1972 में आंध्र प्रदेश का गठन एक नए राज्य के रूप में किया गया।
इस घटना के लगभग 40 वर्षों के बाद 2014 फरवरी में तेलंगाना बिल पारित किया गया। यह बिल भारतीय संसद में सन 2014 में पेश किया गया और उसी वर्ष आंध्र प्रदेश रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट को स्वीकृति मिल गई। जिसके अनुसार तेलंगाना का गठन उत्तर पश्चिमी आंध्र प्रदेश के 10 जिलों द्वारा किया गया।
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