आलू - प्याज बेच कर किया मेहनत, बन गए GST इंस्पेक्टर

जिनमे जज्बा होता है जो मेहनत करने से घबराते नहीं है ऐसे ही एक शक्श के बारे में आज हम आपको बताएंगे जो कभी हार के आगे अपने घुटने नही टेके। कोरबा के सीतामढ़ी निवासी बबलू गुप्ता की हाल ही में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए है।
Success Story -सीतामढ़ी निवासी बबलू गुप्ता  हाल ही में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए है।(Wikimedia Commons)
Success Story -सीतामढ़ी निवासी बबलू गुप्ता हाल ही में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए है।(Wikimedia Commons)
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Success Story - सरकारी नौकरी के लिए न जाने कितने ही विद्यार्थी कितने सालों से कठिन परिश्रम करके परीक्षा देते है लेकिन सफल बस वही होते है जिनमे जज्बा होता है जो मेहनत करने से घबराते नहीं है ऐसे ही एक शक्श के बारे में आज हम आपको बताएंगे जो कभी हार के आगे अपने घुटने नही टेके। कोरबा के सीतामढ़ी निवासी बबलू गुप्ता की हाल ही में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए है।

इसके लिए उन्होंने महंगी कोचिंग क्लास भी नहीं ली थी और न ही लाखों रुपए खर्च किए केवल खुद की मेहनत। बबलू गुप्ता के पिता संतोष गुप्ता पेशे से बाजार में आलू-प्याज बेचकर घर खर्च चलाते हैं। बबलू ने जब सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किया, तो उनके पास कोचिंग क्लास जाने के लिए पैसे नहीं थे। बबलू ने कठिन परिस्थितियों के आगे घुटने नहीं टेके और अपने फैसले पर अड़े रहे। उन्होंने अपने लगन से दिन रात मेहनत की और जीएसटी इंस्पेक्टर बनने में सफलता हासिल कर ही ली।

बबलू अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बड़े भाई और अपनी मेहनत को देते हैं। (Wikimedia Commons)
बबलू अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बड़े भाई और अपनी मेहनत को देते हैं। (Wikimedia Commons)

बचपन से ही थे बुद्धिमान

बबलू बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में तेज विद्यार्थी थे इसलिए उनके पिता नही चाहते थे की वह बड़े होकर सब्जी बेचे उन्होने उसे पढ़ाई के लिए कभी नही रोका । बबलू ने 12वीं में 95.6 प्रतिशत अंक लाकर छत्तीसगढ़ के मेरिट सूची में 5वीं रैंक हासिल कर कोरबा जिला का नाम रोशन किया था। उसके बाद से लगातार मेहनत करते रहे। 2020 में एसएससी परीक्षा के समय पढ़ाई के साथ-साथ बुधवारी बाजार में बड़े भाई गोपाल गुप्ता के साथ आलू प्याज बेचने का काम करके परिवार में भी सहायता करते थे। बबलू ने यह परीक्षा एमटीएस पद पर कार्य करते हुए पास की है। फिलहाल वह केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग बिलासपुर में पद पर काम कर रहे है बबलू अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बड़े भाई और अपनी मेहनत को देते हैं।

निराश नही हुए आगे बढ़े

बबलू कई प्रतियोगी परीक्षाओ में फेल भी हुए लेकिन हार से दर जाने वाले कहा जीत हासिल करते है यही कारण है कि आज अपनी मेहनत और लगन की बदौलत उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। उनकी इस उपलब्धि पर पूरा परिवार बेहद खुश है। बबलू की मेहनत को करीब से देखने वाले उनके रूम मेट शुभम सिंह ने बताया इमानदारी से की गई मेहनत कभी जाया नहीं होती।

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