World's Happiest Countries : दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट आ चुकी है। इस साल भी उत्तरी यूरोप और अटलांटिक के देश सबसे खुशहाल देशों की श्रेणी में उच्चतम स्थान में शामिल हैं। फिनलैंड को इस लिस्ट में एक बार फिर से पहला स्थान मिला है। आपको बता दें कि फिनलैंड पहली बार नहीं बल्कि लगातार सात सालों से खुशहाल देशों की रैंकिंग में टॉप पर कायम है। इस साल की रिपोर्ट आयु समूह के आधार पर अलग-अलग रैंकिंग शामिल करने वाली पहली रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट 143 देशों के लोगों के वैश्विक सर्वेक्षण डेटा पर आधारित है। आइए जानते हैं सभी देशों का क्या हाल है।
शोधकर्ता जेनिफर डी पाओला का कहना है कि फिनलैंड के लोग प्रकृति से जुड़े हुए हैं। यह बंधन उनके जीवन की संतुष्टि को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाता है। इसके अलावा फिनलैंड में मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं, मुफ्त शिक्षा, न्यूनतम भ्रष्टाचार और सरकारी संस्थानों पर विश्वास की वजह से फिनलैंड के लोगों के जीवन में खुशहाली बढ़ी है।
सीएनन के खबर के अनुसार उत्तरी अमेरिका में युवाओं के बीच खुशी बहुत तेजी से कम हुई है। वहां के युवा बूढ़ों की तुलना में कम खुश हैं। आपको बता दें कि 2012 के बाद पहली बार अमेरिका को खुशहाल देशों की सूची में टॉप 20 से बाहर कर दिया गया है। इसकी एक वजह यह है कि यूरोप के कई देशों ने इसमें बड़ी छलांग लगाई है। भारत की बात की जाए तो 143 देशों में भारत का स्थान 126वां है। बीते साल भी भारत का स्थान इसी प्रकार था।
इस लिस्ट में फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। फिनलैंड के बाद दूसरा स्थान डेनमार्क का है। तीसरे स्थान पर आइसलैंड और चौथे स्थान पर स्वीडन है, वहीं पांचवें स्थान पर इजराइल है ये पांच देश टॉप 5 है। इसके बाद छठ वें स्थान पर नीदरलैंड , सातवें स्थान पर नार्वे, आठ वें स्थान पर लक्ज़मबर्ग, नवें स्थान पर स्विट्जरलैंड और दसवें स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है। वहीं सबसे कम खुशी वाले देशों में अफगानिस्तान दुनिया का सबसे निचले पायदान वाला देश बना हुआ है। लेबनान, लेसोथो, सिएरा लियोन और कांगो भी निचले स्थानों पर हैं।