मसूरी नैनीताल के जाम का अंत होगा, बनेगी पार्किंग टनल

पहाड़ी जिलों में पार्किंग की समस्या विकराल होती जा रही है। हर साल लाखों पर्यटक उत्तराखंड आते हैं, लेकिन जब उन्हें जाम और पार्किंग की समस्या से जूझना पड़ता है तो मन खट्टा हो जाता है।
मसूरी नैनीताल के जाम का अंत होगा, बनेगी पार्किंग टनल (Wikimedia)
मसूरी नैनीताल के जाम का अंत होगा, बनेगी पार्किंग टनल (Wikimedia)पार्किंग टनल
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क्या आपका कभी मसूरी-नैनीताल (Massoorie-Nanital) जाना हुआ है तो यहां लगने वाले जाम से सामना जरूर हुआ होगा। कहने को उत्तराखंड (Uttarakhand) पर्यटन प्रदेश है, लेकिन पर्यटन स्थलों पर पार्किंग के लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं दिखती। नतीजतन लोग सड़क किनारे कहीं भी गाड़ी पार्क कर देते हैं, जिससे शहर से लेकर सड़कों तक जाम लगा रहता है। जाम की इस बीमारी के इलाज के लिए अब राज्य सरकार ने सॉलिड प्लान बनाया है। प्रदेश की 12 जगहों पर पहाड़ों पर टनल पार्किंग (Tunnel Parking) बनाई जाएगी। इसके लिए डीपीआर बनाई जा रही है। पार्किंग बनाने के लिए आरवीएनएल, यूजेवीएनएल, टीएचडीसी और एनएचआईडीसीएल को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। योजना परवान चढ़ी तो राज्य के चार पर्वतीय जिलों में पार्किंग की समस्या दूर हो जाएगी। पहाड़ी जिलों में पार्किंग की समस्या विकराल होती जा रही है। हर साल लाखों पर्यटक उत्तराखंड आते हैं, लेकिन जब उन्हें जाम और पार्किंग की समस्या से जूझना पड़ता है तो मन खट्टा हो जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु के निर्देशों पर टनल पार्किंग योजना पर काम शुरू हुआ था।

मसूरी नैनीताल के जाम का अंत होगा, बनेगी पार्किंग टनल (Wikimedia)
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अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने सभी डीएम को टनल पार्किंग के लिए स्थान तय करने के निर्देश दिए थे। अब अलग-अलग शहरों में 12 टनल पार्किंग बनाने के लिए जगह तय हो गई है, जिसके बाद कार्यदायी संस्थाएं डीपीआर बना रही हैं। टनल पार्किंग कैसी होगी, ये भी बताते हैं। ये पार्किंग ऐसी बनाई जाएंगी कि एक तरफ से वाहन पार्किंग के लिए दाखिल होगा और दूसरी सड़क पर बाहर निकल जाएगा। जिन पर्वतीय जिलों में पार्किंग के लिए बड़ा मैदान उपलब्ध नहीं है, वहां पहाड़ों के भीतर ही टनल से पार्किंग का काम लिया जाएगा। इतना ही नहीं वर्ष 2025 तक प्रदेश में 50 बड़ी पार्किंग बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। 2030 तक इनकी संख्या 100 तक हो जाएगी।

नैनीताल
नैनीतालWikimedia

शासन स्तर पर पार्किंग नीति की प्रक्रिया चल रही है, जो जल्द ही कैबिनेट में लाई जाएगी। अब उन जिलों के बारे में भी जान लेते हैं, जहां टनल पार्किंग बनाई जानी है। नैनीताल में नैनीताल- भवाली रोड पर कैंट बोर्ड की जमीन और नेशनल ऑब्जर्वेटरी के पास टनल पार्किंग बनाई जाएगी। जबकि उत्तरकाशी में गंगोत्री और गंगनानी टनल पार्किंग बनाई जानी है। इसी तरह टिहरी में कैंपटी फॉल मसूरी, मसीही मसूरी रोड के सामने (चंबा), ओल्ड टिहरी रोड कूड़ाघर के सामने (चंबा), नैनबाग धनोल्टी, छिलेड़ी गांव तेगड़ बाजार और थत्यूड़ बाजार, मेन बाजार में टनल पार्किंग बनाई जाएगी। जबकि पौड़ी जिले में लक्ष्मण झूला और देवप्रयाग रेलवे स्टेशन के पास सौड़ में टनल पार्किंग बनाने की योजना है।

आईएएनएस/PT

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