केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने मोदी सरकार (Modi Government) के 9 साल के कार्यकाल को भारत के लिए सांस्कृतिक पुनरुत्थान का कालखंड बताते हुए कहा कि इन 9 सालों के दौरान मोदी सरकार ने आजादी के कई ऐसे गुमनाम नायकों को वो मान-सम्मान देने का काम किया,जिसके वो हकदार थे लेकिन आजादी के बाद बनने वाली सरकारों ने उन्हें वो मान-सम्मान नहीं दिया था।
मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए मेघवाल ने कहा कि आजादी के बाद बनने वाली सरकारें आजादी के कई नायकों को पसंद नहीं करती थी इसलिए उन्होंने उन नायकों को वह महत्व नहीं दिया जो उन्हें मिलना चाहिए था।
मेघवाल ने खासतौर पर वल्लभ भाई पटेल (Vallabh Bhai Patel), बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और दुर्गा भाभी का नाम लेते हुए कहा कि आजादी के बाद की सरकारों को ये नाम ठीक नहीं लगे इसलिए जिस महत्व के वो हकदार थे उनको वो नहीं मिला। उन्होंने कहा कि 9 साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने कई गुमनाम नायकों की पहचान कर, उन्हें वह मान-सम्मान दिया, जिसके वो हकदार थे। उन्होंने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity), पंचतीर्थ और मानगढ़ धाम के विकास का जिक्र करते हुए दावा किया कि मोदी सरकार ने आजादी के इन गुमनाम नायकों को मान सम्मान दिया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) प्रधानमंत्री न बनते तो हमारी ये पीढ़ी क्रांतिकारियों की मददगार रही दुर्गा भाभी (Durga Bhabhi) के बारे में जान ही ना पाती।
अयोध्या (Ayodhaya) में बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir), केदारनाथ धाम, काशी कॉरिडोर, उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर पुनर्निर्माण सहित कई अन्य परियोजनाओं का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने 9 साल के कार्यकाल को भारत के लिए सांस्कृतिक पुनरुत्थान का कालखंड भी करार दिया।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा उठाए गए कई कदमों और उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मेघवाल ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वडनगर के जिस स्कूल में पढ़ाई की थी उस स्कूल को 'प्रेरणा स्कूल (Prerna School)' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है और इसका काम लगभग पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि देश भर के स्कूली बच्चों का इस विद्यालय का टूर कराए जाने की भी योजना है।
--आईएएनएस/PT