न्यूजग्राम हिंदी: गुजरात (Gujrat) के गांधीनगर (Gandhinagar) की एक अदालत ने सोमवार को आसाराम बापू (Asharam Bapu) को 2013 के एक बलात्कार के मामले में दोषी पाया है, जो मंगलवार को सजा की घोषणा करेगी। हालांकि, अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय ने बलात्कार के मामले में छह अन्य आरोपियों- आसाराम की पत्नी लक्ष्मीबेन, बेटी भारती, निर्मला लालवानी, मीरा कलवानी, ध्रुवबेन लालवानी और जावंतीबेन चौधरी को बरी कर दिया।
विशेष लोक अभियोजक आर.सी. कोडेकर ने मीडिया को बताया कि पीड़िता ने सूरत (Surat) पुलिस में मामला दर्ज कराया था, जिसे 2013 में अहमदाबाद (Ahmedabad) पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था। चांदखेड़ा थाना पुलिस ने आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साईं सहित 8 लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें एक या एक से अधिक समूह में बलात्कार, सामान्य इरादे, अप्राकृतिक अपराध, महिलाओं पर आपराधिक बल, गलत तरीके से बंधक बनाना और आपराधिक धमकी देना शामिल है।
आसाराम एक अन्य बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद वर्तमान में जोधपुर (Jodhpur) जेल में है, सूरत की अदालत में नारायण साईं के खिलाफ एक अलग मुकदमा चल रहा है। दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 1997 से 2006 के बीच आसाराम और उनके बेटे द्वारा संचालित मोटेरा आश्रम में उनके साथ बलात्कार किया गया था। छोटी बहन ने नारायण साईं और बड़ी ने आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
आईएएनएस/PT