मयूर विहार फेज 1 में दिल्ली के बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविर में रह रही 49 वर्षीय एक महिला की रविवार को कथित जल संक्रमण से मौत हो गई। उसके परिवार ने यह बात कही।
परिवार ने दावा किया है कि डूबे हुए घर से सामान लाते समय महिला बार-बार बाढ़ के पानी में जाती रही, जिससे वह संक्रमण की चपेट में आ गई। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और रविवार की दोपहर में उसकी मौत हो गई।
मृतका की पहचान उषा देवी के रूप में की गई।
पूर्वी दिल्ली(Eastern Delhi) की डीसीपी(DCP) अमृता गुगुलोथ ने बताया कि महिला को 11 जुलाई को एलबीएस अस्पताल(LBS Hospital) में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने कहा, "पीडि़त परिवार के अनुसार, महिला के सीने में संक्रमण था। उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे जीटीबी अस्पताल(GTB Hospital) रेफर किया गया था। इलाज के दौरान उसने आज दोपहर में दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने मौत का कारण कोलन/सेप्सिस/सेप्टिक शॉक बताया है। शव को डीएनडी(DND) के पास राहत शिविर में वापस लाया गया और उसके बाद परिवार द्वारा चिल्ला श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।''
दिल्ली भाजपा(BJP) अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने महिला की मौत के लिए केजरीवाल सरकार(Kejriwal Government) को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा, ''उषा देवी के परिवार में उनके पति और पांच बच्चे हैं। बाढ़ के तुरंत बाद वह मयूर विहार फेज 1 मेट्रो स्टेशन(Metro Station) के पास एक राहत शिविर में चली गईं। उनके पति अमीर चंद ने बताया कि बाढ़ के कारण उनका पूरा घर डूब गया, जिससे उन्हें सदमा लगा और वह बीमार पड़ गईं। बाद में घर से सामान निकालते समय वह संक्रमण की चपेट में आ गईं।''(IANS/RR)