MIG-21के विमानों पर भारतीय वायुसेना ने लगाई रोक

भारतीय वायुसेना चरणबद्ध तरीके से मिग-21 विमानों अपने बेड़े से बाहर करने की प्रक्रिया का पालन भी कर रही है।
MIG-21के विमानों पर भारतीय वायुसेना ने लगाई रोक(IANS)

MIG-21के विमानों पर भारतीय वायुसेना ने लगाई रोक(IANS)

MIG-21

 न्यूज़ग्राम हिंदी: भारतीय वायुसेना (IAF) ने अपने MIG-21 लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है। मिग-21 फाइटर जेट बीते 5 दशकों से भारतीय वायुसेना के बेड़े का महत्वपूर्ण विमान है। वायुसेना के मुताबिक, यह रोक मिग-21 लड़ाकू विमानों के पूरे बेड़े पर लगाई गई है। बीते दिनों राजस्थान में हुई मिग-21 लड़ाकू विमान कि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अब वायुसेना ने यह निर्णय लिया है। भारतीय वायुसेना चरणबद्ध तरीके से मिग-21 विमानों अपने बेड़े से बाहर करने की प्रक्रिया का पालन भी कर रही है। अगले 2 वर्षो में इन विमानों को भारतीय वायुसेना से पूरी तरह हटा लिया जाएगा। भारतीय वायुसेना के मुताबिक, राजस्थान हादसे की जांच पूरी होने तक मिग-21 विमानों के बेड़े यह प्रतिबंध लागू रहेगा और भारतीय वायुसेना के यह लड़ाकू जहाज उड़ान नहीं भर सकेंगे।

इस संबंध में जानकारी देते हुए रक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मिग-21 विमानों के पूरे बेड़े की जांच की जा रही है। इस जांच का मुख्य उद्देश्य इन विमानों से जुड़ी दुर्घटना के कारणों का पता लगाना है। जांच पूरी होने तक व दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगने तक तक मिग-21 की उड़ान पर रोक लगाई गई है।

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रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, मिग-21 विमान वेरिएंट बीते पांच दशकों में भारतीय वायुसेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि इन विमानों को धीरे-धीरे वायुसेना के बेड़े से बाहर निकालने की प्रक्रिया पहले से ही तय कर ली गई है। अधिकारियों के अनुसार, वायुसेना में फिलहाल केवल तीन मिग-21 स्क्वाड्रन काम कर रहे हैं और 2025 की शुरुआत तक इन सभी को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस महत्वपूर्ण समुद्री फेज से पहले एक सफल बंदरगाह फेज भी हुआ जिसमें, दोनों देशों के अधिकारियों के बीच विचार-विमर्श, टेबलटॉप अभ्यास और खेलों में आदान-प्रदान शामिल था।

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि समुद्र शक्ति-23 युद्ध अभ्यास के सफल समापन ने सहयोगात्मक व्यवहार द्वारा क्षेत्र में शांति और स्थिरता को प्रोत्साहन देने की दोनों नौ सेनाओं की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की और भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत साझेदारी का प्रदर्शन किया।

--आईएएनएस/VS

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