बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के उद्योगपति बिहार को अपना 'सेकंड होम' समझें और बिहार में निवेश करें। उन्होंने कहा कि बंगाल और बिहार का पुराना नाता और लगाव है। जैसे बिहार के लोग पश्चिम बंगाल को अपना दूसरा घर समझते हैं उसी तरह पश्चिम बंगाल के उद्योगपति भी बिहार को अपना दूसरा घर समझें और चाहे नई औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना हो या मौजूदा उद्योग का विस्तार, दोनों बिहार में करें।
कोलकाता में आयोजित बिहार इंवेस्टर्स मीट में पश्चिम बंगाल व पूर्वोत्तर भारत की करीब 50 कंपनियां शामिल हुईं, जिसमें 15 नामी गिरामी कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) द्वारा कोलकाता में आयोजित बिहार इंवेस्टर्स मीट में जो बड़ी कंपनियां मौजूद थीं उनमें केंवेंटर्स एग्रो, रुपा एँड कंपनी, टीटी लिमिटेड, सेंचुरी प्लाई, अंबुजा ग्रुप, एमपी बिरला ग्रुप, टीएम इंटरनेशनल, वेस्टकॉम लॉजिस्टिक्स, फेनेशिया ग्रुप, सारनॉक हॉस्पीटल, एएमआई ह़ॉस्पीटल, बंगाल नेस्टर्स इंडस्ट्रीज, वाशरबेरी टी कंपनी, विदित ग्रुप शामिल थे।
कोलकाता में बिहार इंवेस्टर्स मीट में कई बड़ी कंपनियों ने बिहार में निवेश का भी ऐलान किया। केवेंटर्स एग्रो के चैयरमैन और एमडी मयंक जालान ने ऐलान किया बिहार में केंवेंटर्स 600 करोड़ का निवेश करेगा। मयंक जालान ने कहा कि बिहार के उद्योगमंत्री शाहनवाज हुसैन राज्य के औद्योगिकीकरण को कुशलता से आगे बढ़ा रहे हैं।
जेआईएस ग्रुप के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर हरनजीत सिंह ने भी ऐलान किया जेआईएस ग्रुप भी बिहार में लॉजिस्टिक्स सेक्टर में 300 करोड़ निवेश करेगा।
टीटी लिमिटेड के एमडी संजय कुमार जैन ने भी कोलकाता में हुए बिहार इंस्वेस्टर्स मीट में उत्साह से भाग लिया और उन्होंने कहा कि टीटी ग्रुप भी बिहार में निवेश करेगा और एक साल के भीतर यहां उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।
कोलकाता में बिहार इंवेस्टर्स मीट का आयोजन करने वाले उद्योग संगठन इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के डीजी राजीव सिंह ने कहा कि बिहार निवेश के लिए अब पूरी तरह तैयार है।
बिहार के उद्योग मंत्री हुसैन ने कोलकाता में बिहार इंवेस्टर्स मीट में शामिल हुए पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के उद्योगपतियों और कंपनी के प्रतिनिधियों को भरोसा दिया कि बिहार में निवेश किसी हाल में उनके लिए घाटे का सौदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम खुद चलकर उद्योगपतियों के दरवाजे तक जा रहे हैं और वे जो कहेंगे, वो करेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योगों की स्थापना के लिए 2900 एकड़ का लैंड बैंक है। 73 औद्योगिक क्षेत्र पूरी सुविधाओं के साथ तैयार किए जा रहे हैं। बिहार और आसपास के राज्यों के कुल 7 एयरपोर्ट्स बिहार के हर जिले को बेहतरीन हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराते हैं।
(आईएएनएस/PS)