

जानकारी के अनुसार यह हादसा रविवार रात करीब 10 बजे ओसियां पुलिस स्टेशन इलाके के रतन नगर और चंदालिया गांवों के बीच भारतमाला हाईवे पर हुआ।
ओसियां एसएचओ राजेंद्र चौधरी (Rajendra Chaudhary) ने बताया कि टाइल बनाने में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी लेकर एक ट्रेलर पंजाब से गुजरात की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह रतन नगर-चंदालिया स्ट्रेच पर पहुंचा, वैसे ही मूंगफली से लदे हुए ट्रक से टकरा गया। टक्कर इतनी तेज थी कि ट्रेलर का कंट्रोल बिगड़ गया और वह डिवाइडर से टकरा गया, जिससे उसमें आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटों ने ट्रेलर के केबिन को अपनी चपेट में ले लिया।
आग इतनी तेजी से फैली कि चालक अंदर फंस गया और जिंदा जलकर मर गया, जबकि क्लीनर गंभीर रूप से घायल हो गया।
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। आग लगी देख स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पास के ट्यूबवेल से भरे ट्रैक्टर-माउंटेड पानी के टैंकरों से आग बुझाने की कोशिश की।
एसएचओ ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि स्थानीय लोग काबू न पा सके और एक घंटे बाद मौके पर फायर विभाग पहुंचा। अग्निशमन कर्मियों ने लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
पुलिस ने बताया कि ट्रक ड्राइवर सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा, जिससे उसकी जान बच गई। भीषण आग से इलाके में दहशत फैल गई, आग की लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं।
हादसे (Accidents) के कारण एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 5 किमी लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। ओसियां पुलिस बाद में मौके पर पहुंची और जाम कम करने के लिए वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से डायवर्ट किया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि घटना की गंभीरता के बावजूद, प्रशासनिक अधिकारी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर देर से पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि आग बुझाने के तुरंत कोई इंतजाम नहीं थे, जिससे फायर ब्रिगेड के आने से पहले ही वाहन पूरी तरह जल गए।
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