महाराष्ट्र(Maharastra) पुलिस ने राज ठाकरे(Raj Thackeray) की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मस्जिदों और अन्य पूजा-स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने की समय-सीमा चार मई से पहले राज्यव्यापी कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य के गृहमंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ, मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे और अन्य शीर्ष पुलिस और गृह विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें सहमति के बाद यह कदम उठाया गया।
सेठ ने मीडियाकर्मियों से कहा, "हमने आज (मंगलवार) ही राज ठाकरे(Raj Thackeray) के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। औरंगाबाद पुलिस औरंगाबाद में 1 मई को हुई मनसे की रैली में दिए उनके भाषण का अध्ययन कर रही है और उसके अनुसार कार्रवाई करेगी।"
राज्य पुलिस ने लगभग 15,000 मनसे(MNS) कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है और अन्य 14,000 कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा नोटिस दिया है, ताकि उन्हें मस्जिदों के पास लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा को डबल वॉल्यूम पर बजाकर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने से रोका जा सके।
राज के अलावा, औरंगाबाद पुलिस ने राजीव जावलेकर जैसे कई अन्य मनसे नेताओं पर विभिन्न आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्थिति नियंत्रण में रहे। शिवसेना सांसद संजय राउत(Sanjay Raut), कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वाल्से-पाटिल और अन्य नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसे परिणाम भुगतने होंगे।
राउत(Sanjay Raut) ने कहा, "महा विकास अघाड़ी सरकार कानून और संविधान के अनुसार काम करती है, न कि किसी व्यक्ति द्वारा दिए गए किसी अल्टीमेटम के आधार पर।" बाला नंदगांवकर, नितिन सरदेसाई और अन्य जैसे वरिष्ठ मनसे नेताओं ने कहा है कि पार्टी कानूनी मानकों के भीतर बनी हुई है और पुलिस की किसी भी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार है।
कुछ क्षेत्रों में पुलिस ने बुधवार को हनुमान चालीसा पाठ के लिए मनसे(MNS) कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार रखी गई सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली को भी जब्त कर लिया है, क्योंकि इससे अधिकारियों को तनाव हो सकता था। रविवार की अपनी रैली में राज ने कहा था कि बुधवार (4 मई) तक सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटा दिए जाने चाहिए या उनके लोग हनुमान चालीसा का पाठ दोगुने स्वर में देंगे और वह इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।
मनसे प्रमुख(Raj Thackeray) राज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह मुद्दा धार्मिक नहीं था, बल्कि एक सामाजिक था, क्योंकि लाउडस्पीकर से सभी को परेशानी होती है।
आईएएनएस(LG)