

यह गोदाम गांव के निवासी प्रसन्ना का बताया जा रहा है, जिन्होंने आसपास के कई गांवों के किसानों से नारियल खरीदकर बड़े पैमाने पर यहां स्टॉक किया था।
स्थानीय लोगों के अनुसार आग अचानक लगी और कुछ ही मिनटों में गोदाम पूरी तरह जलने लगा। शुरुआती जांच में आग के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि यह घटना किसी शरारती तत्व द्वारा की गई हो सकती है। हालांकि पुलिस ने बताया कि सभी एंगल से जांच की जा रही है।
गोदाम में रखे लगभग 15 टन नारियल आग में पूरी तरह नष्ट हो गया, जिसकी कीमत लगभग ₹55 लाख बताई जा रही है। इसके अलावा करीब 6 टन ग्राउट भी जलकर खाक हो गया। आग इतनी भीषण थी कि पूरा शेड भी राख में तब्दील हो गया।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक भारी नुकसान हो चुका था। आसपास के ग्रामीणों ने भी आग बुझाने में मदद की, लेकिन तेज लपटों के कारण कुछ बचाया नहीं जा सका।
इस हादसे से सदमे में आए प्रसन्ना ने तालुक प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि उन्होंने किसानों से खरीदा हुआ पूरा माल इसी गोदाम में रखा था और अचानक लगी आग से बड़ा आर्थिक झटका लगा है।
घटना को लेकर शिवल्ली पुलिस थाने (Shivalli Police Station) में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आग के वास्तविक कारणों की जांच कर रही है। गांव में इस घटना के बाद चिंता और चर्चा का माहौल है, क्योंकि यह नुकसान सीधे तौर पर किसानों और प्रसन्ना की आजीविका से जुड़ा है।
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