

मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, '' सागर जिले में सुबह नक्सल विरोधी अभियान से ड्यूटी कर लौट रहे 4 पुलिसकर्मियों का एक भीषण सड़क दुर्घटना में निधन होने का समाचार हृदयविदारक है। हादसे में दिवंगत पुलिसकर्मियों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायल पुलिसकर्मी शीघ्र स्वस्थ हो।''
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने एक्स पोस्ट में लिखा, ''सागर जिले में नक्सल विरोधी अभियान से ड्यूटी कर लौट रहे चार पुलिसकर्मियों के एक भीषण सड़क दुर्घटना में निधन का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। दुर्घटना में दिवंगत पुलिसकर्मियों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायल पुलिसकर्मी शीघ्र स्वस्थ हों।''
मिली जानकारी के अनुसार, मुरैना जिले के पुलिस जवान नक्सल विरोधी अभियान का हिस्सा बनने बालाघाट गए हुए थे और वे बम निरोधक और डॉग स्क्वाड वाहन से लौट रहे थे। इसी दौरान सागर जिले में नेशनल हाईवे क्रमांक 44 पर मालथोन-बांदरी के पास बुधवार की सुबह सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गए।
इस हादसे (Accidents) में वाहन में सवार चार जवानों की मौत हो गई, जिनकी पहचान प्रद्युम्न दीक्षित, अमन गौरव, परमलाल तोमर और विनोद शर्मा के तौर पर हुई है, जबकि एक जवान राजीव चौहान, गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए एयरलिफ्ट किए जाने की तैयारी है।
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