न्यूज़ग्राम हिंदी: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मंगलवार को देशभर में राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) मनाया। मंत्रालय के अनुसार लिंग भेद को पाटने के लिए बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर जोर देने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है।
इस मौके पर मंत्रालय ने इस साल इन कार्यक्रम को जनभागीदारी बनाने का फैसला भी किया। मंत्रालय की ओर से राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों और जिलों से अनुरोध किया गया था कि वे 18 से 24 जनवरी तक बालिकाओं के महत्व से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करें।
पांच दिवसीय समारोह में राज्यों की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है। महिला सभा, शपथ ग्रहण समारोह, घर-घर कार्यक्रम, स्कूलों के साथ कार्यक्रम- बालिकाओं के साथ पोस्टर, नारा-लेखन, ड्राइंग, दीवार पेंटिंग प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां स्कूलों में सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए। इसके साथ ही लड़कियों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मुद्दों पर टॉक शो, वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया। शिक्षा, खेल के क्षेत्र में स्थानीय चैम्पियन का सम्मान व अभिनंदन किया गया।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर, हम विभिन्न क्षेत्रों में लड़कियों की ताकत और उपलब्धियों को सलाम करते हैं और उन्हें जीने, आकांक्षा और प्रेरणा देने के समान अवसर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बालिकाओं को महत्व देने का संदेश दिया गया। वहीं भदोही जिले में हस्ताक्षर अभियान, नाटक और स्थानीय चैंपियन का सम्मान समारोह किया गया। गुजरात के गांधीनगर में नवजात बच्ची के लिए बेबी गर्ल स्वागत किट का वितरण किया गया। इसी तरह अमरेली जिले में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उत्सव के एक भाग के रूप में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर खेल के क्षेत्र में सराहनीय उपलब्धि हासिल करने वाली लड़कियों को सम्मानित किया।
--आईएएनएस/VS