सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने कश्मीर (Kashmir) के सीमावर्ती इलाकों के 29 बच्चों को भारत दर्शन के लिए भेजा है। इनमें 22 लड़के और 7 लड़कियां शामिल हैं। ये शैक्षिक-सह-प्रेरक भारत दर्शन है, जिसमें सभी बच्चे और एक शिक्षक मिलकर शांति और राष्ट्रीय एकता का संदेश देंगे। साथ ही देश की दूसरी संस्कृति से भी रूबरू होंगे।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि कश्मीर घाटी के सुदूर सीमावर्ती इलाकों के बच्चों के भारत दर्शन दौरे को बुधवार को हरी झंडी दिखाई गई है। यह दौरा 7 दिनों का होगा। इस ग्रुप में 29 बच्चे हैं, जिनमें 22 लड़के और 7 लड़कियां शामिल हैं। विनम्र पृष्ठभूमि के इन छात्रों का चयन सुदूर सीमावर्ती क्षेत्रों से किया गया है। बीएसएफ ने युवा कश्मीरी छात्रों के लिए गर्मजोशी से विदाई का आयोजन किया।
बीएसएफ ने बताया कि 7 दिनों के दौरे के दौरान, यह समूह मुंबई और उसके आसपास के सभी प्रमुख पर्यटक आकर्षणों का दौरा करेगा, जैसे गेटवे ऑफ इंडिया, नेहरू साइंस सेंटर, मरीन ड्राइव, जहांगीर आर्ट गैलरी, हाजी अली दरगाह, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र शामिल है। एक अधिकारी ने बताया कि इन यात्राओं का उद्देश्य युवाओं को हमारे देश की विभिन्न संस्कृतियों, रीति-रिवाजों और लोकाचारों से परिचित कराना है।
बीएसएफ ने कहा कि वो इस वर्ष के दौरान 5 भारत दर्शन टूर आयोजित करने जा रहा है, जिसमें कश्मीर घाटी से कुल 105 छात्र भाग लेंगे। ये दौरे युवाओं को एक व्यापक परिप्रेक्ष्य विकसित करने, अवलोकन के माध्यम से उनकी समझ और ज्ञान में सुधार करने और उन्हें देश के अन्य हिस्सों में उपलब्ध शैक्षणिक और व्यावसायिक अवसरों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रेरित करने में मदद करेंगे।
जानकारी के अनुसार सीमावर्ती समुदाय और युवाओं के साथ जुड़ने के अपने प्रयासों के तहत, बीएसएफ कश्मीर ने अब तक कई भारत दर्शन दौरों के माध्यम से कश्मीर घाटी के दूरदराज के इलाकों से 1100 युवाओं को देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा है।
आईएएनएस/PT