अब फेक न्यूज, अशलील सोशल मीडिया सामग्री से छुटकारा, लॉन्च हुआ कवच-2023

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, एआईसीटीई व गृह मंत्रालय के पुलिस अनुसंधान विकास ब्यूरो और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने यह पहल की है।
अब फेक न्यूज, अशलील सोशल मीडिया सामग्री से छुटकारा, लॉन्च हुआ कवच-2023 (IANS)

अब फेक न्यूज, अशलील सोशल मीडिया सामग्री से छुटकारा, लॉन्च हुआ कवच-2023 (IANS)

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय

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न्यूजग्राम हिंदी: फेक न्यूज, सोशल मीडिया, डार्क वेब, महिला सुरक्षा, फिशिंग डिटेक्शन जैसे साइबर अपराधों का समाधान ढूंढने के लिए राष्ट्रीय स्तर का हैकथॉन 'कवच-2023 (Kavach 2023)' लॉन्च किया गया है। इस हैकथॉन के जरिए वीडियो एनालिटिक्स, सीसीटीवी, अश्लील सामग्री का पता लगाने, स्पैम अलर्ट, और मैलवेयर विश्लेषण, डिजिटल फोरेंसिक को भी लोगों के सामने रखा जाएगा।

कवच-2023 को 16 फरवरी को दिल्ली (Delhi) में लॉन्च किया गया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, एआईसीटीई व गृह मंत्रालय के पुलिस अनुसंधान विकास ब्यूरो और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने यह पहल की है।

इसके अंतर्गत भारत की कानून प्रवर्तन एजेंसियों और आम नागरिकों की साइबर सुरक्षा और साइबर अपराध की चुनौतियों से निपटने के लिए नवीन तकनीकी समाधानों की योजना बनाई गई है।

<div class="paragraphs"><p>अब फेक न्यूज, अशलील सोशल मीडिया सामग्री से छुटकारा, लॉन्च हुआ कवच-2023 (IANS)</p></div>
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अखिल भारतीय परिषद तकनीकी शिक्षा (एआईसीटीई) के अध्यक्ष डॉ. टी जी सीताराम ने कवच-2023 के बारे में यह जानकारी दी। पुलिस अनुसंधान विकास ब्यूरो के महानिदेशक बालाजी श्रीवास्त ने कहा, यह 36 घंटे का कार्यक्रम होगा, जिसके दौरान देश भर के शैक्षणिक संस्थानों के युवा और पंजीकृत स्टार्ट-अप अपनी तकनीकी का उपयोग करके साइबर सुरक्षा के लिए मजबूत, सुरक्षित और प्रभावी तकनीकी समाधान ढूंढने के लिए हिस्सा ले रहे हैं। विशेषज्ञता और नवाचार की एक मजबूत प्रणाली निगरानी और सुरक्षा प्रावधानों के साथ साइबर सुरक्षा अपराधों को रोकने में सफल होगी।

एआईसीटीई के उपाध्यक्ष अभय जेरे के मुताबिक कवच-2023 दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में, जिन समस्यओं का समाधान खोजा जाएगा उनके तहत फेक न्यूज, सोशल मीडिया, डार्क वेब, महिला सुरक्षा, फिशिंग डिटेक्शन जैसे विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है। वहीं वीडियो एनालिटिक्स, सीसीटीवी, अश्लील सामग्री का पता लगाने, स्पैम अलर्ट, और मैलवेयर विश्लेषण, डिजिटल फोरेंसिक को लोगों के सामने रखा जाएगा। इच्छुक प्रतिभागियों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग जैसी मजबूत तकनीकों का उपयोग करके बयानों के लिए डिजिटल समाधान विकसित करने की अपेक्षा की जाती है। ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी आदि और अपनी अवधारणा को कवच-2023 के पोर्टल पर सबमिट करे सकते हैं।

<div class="paragraphs"><p>भारतीय साइबर अपराध</p></div>

भारतीय साइबर अपराध

IANS

राजेश कुमार, आईपीएस, सीईओ, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र, ने इस हैकथॉन के लॉन्च के दौरान डिजिटल अपराधों के युग में इस हैकाथॉन के महत्व को बताया। उन्होंने कहा, कवच का ग्रैंड फिनाले- 2923, 36 घंटे लंबा मेगा इवेंट होगा, जिसके दौरान देश भर के शैक्षणिक संस्थानों के चयनित युवा और पंजीकृत स्टार्ट-अप अपने ज्ञान, तकनीकी विशेषज्ञता और नवीन कौशल का उपयोग करके मजबूत, सुरक्षित और प्रभावी तकनीकी समाधान खोजने के लिए भाग लेंगे। विजेता टीमों को कुल पुरस्कार राशि 20 लाख रुपये दिए जाएंगे।

प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत की गई अवधारणाओं का मूल्यांकन डोमेन विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा किया जाएगा। दूसरे चरण के दौरान सबसे नवीन विचारों का चयन किया जाएगा जो ग्रैंड फिनाले के साथ समाप्त होगा। चयनित प्रतिभागियों से उम्मीद की जाएगी कि वे तकनीकी व्यवहार्यता और उनके समाधान का पता लगाने के लिए उनके सुझाव प्रदर्शित करें। जूरी द्वारा सर्वश्रेष्ठ विचारों को विजेता घोषित किया जाएगा।

आईएएनएस/PT

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