
प्रधानमंत्री 'समुद्र से समृद्धि' कार्यक्रम में भाग लेंगे और 34,200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
इस कार्यक्रम का मुख्य फोकस समुद्री क्षेत्र है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी 7,870 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ करेंगे। इन परियोजनाओं में भारत के प्रमुख बंदरगाहों पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को उन्नत बनाना शामिल है। मुख्य आकर्षणों में इंदिरा डॉक में मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन और कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट में एक नए कंटेनर टर्मिनल का शिलान्यास शामिल है।
अन्य समुद्री विकास परियोजनाओं में पारादीप बंदरगाह (ओडिशा) में नया कार्गो बर्थ और कंटेनर हैंडलिंग सुविधा, गुजरात में टुना टेकरा मल्टी-कार्गो टर्मिनल, और कामराजर बंदरगाह (एन्नोर, तमिलनाडु), चेन्नई बंदरगाह, कार निकोबार द्वीप, दीनदयाल बंदरगाह (कांडला) में आधुनिकीकरण परियोजनाएं तथा पटना और वाराणसी में आंतरिक जलमार्ग सुविधाएं शामिल हैं।
अपने इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री गुजरात में 26,354 करोड़ रुपए की लागत वाले कई प्रोजेक्ट्स की भी घोषणा करेंगे, जिनमें नवीकरणीय ऊर्जा, बंदरगाह बुनियादी ढांचा, सड़कें, स्वास्थ्य सेवा और शहरी परिवहन जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
गुजरात (Gujarat) में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन होगा। इनमें छारा पोर्ट पर एचपीएलएनजी रीगैसिफिकेशन टर्मिनल, गुजरात आईओसीएल रिफाइनरी में ऐक्रिलिक्स और ऑक्सो अल्कोहल प्रोजेक्ट, 600 मेगावाट ग्रीन शू पहल, और किसानों के लिए 475 मेगावाट पीएम-कुसुम सौर फीडर शामिल हैं। इसके अलावा, बडेली 45 मेगावाट सौर पीवी प्रोजेक्ट और धोरडो गांव का पूर्ण सौरकरण भी शुरू होगा।
स्वास्थ्य सेवा और शहरी बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में, भावनगर के सर टी जनरल हॉस्पिटल और जामनगर के गुरु गोविंद सिंह सरकारी हॉस्पिटल के विस्तार के लिए शिलान्यास किया जाएगा। पीएम मोदी 70 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग के चार लेन वाले मार्ग का भी शुभारंभ करेंगे, जिससे राज्य में कनेक्टिविटी और व्यापार मार्ग में सुधार होगा।
सरकार और निजी कंपनियों के बीच कई समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिससे सरकारी-निजी भागीदारी मजबूत होगी और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे। यह एक ग्रीनफील्ड औद्योगिक शहर है, जिसे सतत औद्योगिकरण, स्मार्ट बुनियादी ढांचे और वैश्विक निवेश के आधार पर विकसित करने की योजना है।
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