

25 नवंबर पर पहले आंशिक अवकाश था, लेकिन बाद में इसे पूरी तरह पब्लिक हॉलिडे घोषित कर दिया गया, जिससे लोग कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकें और गुरु तेग बहादुर की विरासत को श्रद्धांजलि दे सकें।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने रविवार को लाल किले के पास शुरू हुए तीन दिन के ‘गुरमत समागम’ से पहले इस फैसले की घोषणा की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, “गुरु साहिब का हिम्मत, दया और आस्था की आजादी का हमेशा रहने वाला संदेश हमारी आगे की सामूहिक यात्रा में हमें रास्ता दिखाता रहे और प्रेरित करता रहे।” वह खुद इस बड़े कार्यक्रम की तैयारियों की देखरेख कर रही हैं और हाल ही में उन्होंने लाल किले में कार्यक्रम स्थल पर जाकर निरीक्षण किया।
मुख्य रेखा गुप्ता ने सिक्योरिटी, ट्रैफिक रेगुलेशन, लाइटिंग, भीड़ प्रबंधन, साफ-सफाई, पीने के पानी और इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े इंतजामों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी तैयारियां सबसे अच्छे से की जाए, साथ ही कार्यक्रम के दौरान भक्तों को कोई परेशानी न हो। जायजा के दौरान मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और कपिल मिश्रा के साथ कई जाने-माने लोग भी मौजूद थे।
लाल किला गुरु तेग बहादुर के सबसे बड़े बलिदान से ऐतिहासिक तौर पर जुड़ा है। यहां 23 से 25 नवंबर तक तीन दिन के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में गुरु से जुड़ी दुर्लभ ऐतिहासिक बातों को दिखाने वाला एक बड़ा म्यूज़ियम, प्राचीर पर एक खास लाइट-एंड-साउंड शो और सात संगत ग्रुप्स की ओर से सत्संग-कीर्तन सेशन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली और उसके बाहर के लोगों से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अपील की। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में, राज्य सरकार ने भी आज गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के मौके पर पब्लिक हॉलिडे घोषित किया है। गुरु की विरासत के सम्मान में राज्य भर के सभी सरकारी ऑफिस, स्कूल और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बंद रहेंगे।
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