आप को नहीं मिला मुस्लिम मतदाताओं का साथ

आम आदमी पार्टी ना तो ओखला विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन कर पाई और दिल्ली दंगे वाले क्षेत्र और ताहिर हुसैन वाले क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है।
आप को नहीं मिला मुस्लिम मतदाताओं का साथ (IANS)
आप को नहीं मिला मुस्लिम मतदाताओं का साथ (IANS)दिल्ली नगर निगम चुनाव

दिल्ली (Delhi) नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) पूर्ण बहुमत से जीती है। नगर निगम में आम आदमी पार्टी को 134 सीटें मिली हैं, और बीजेपी (BJP) को 104 और कांग्रेस पार्टी को 9 सीटें मिली हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी ना तो ओखला विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन कर पाई और दिल्ली दंगे वाले क्षेत्र और ताहिर हुसैन वाले क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। इन क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाता आम आदमी पार्टी से टूटकर कांग्रेस के पाले में जा गिरा।

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आपको बता दें कि ओखला विधानसभा से आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान हैं। ओखला विधानसभा में पार्षद की पांच सीटें हैं। पांच सीटों में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को सिर्फ एक ही सीट मिल पाई है। 2 सीट कांग्रेस को मिली है और 2 सीटें बीजेपी को, एक सीट आम आदमी पार्टी को मिली है। जबकि ओखला विधानसभा मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और आम आदमी पार्टी का एक मुस्लिम बड़ा चेहरा अमानतुल्लाह खान वहां से विधायक हैं। फिर भी अमानतुल्लाह खान का जादू यहां नहीं चल पाया और मुस्लिम वोट टूटकर कांग्रेस (Congress) में जा मिला। दूसरी ओर यमुनापार के मुस्लिम मतदाताओं पर भी आम आदमी पार्टी की लहर का कोई असर नहीं पड़ पाया। यमुनपार के सीलमपुर, कर्दमपुरी, चौहान बांगर, गौतमपुरी, मुस्तफाबाद आदि वाडरे पर भी आम आदमी पार्टी अपनी जीत नहीं दर्ज करा पाई। पुरानी दिल्ली को छोड़कर पूरी दिल्ली में मुस्लिम मतदाता कांग्रेस की तरफ जाते नजर आए। इन इलाकों में कांग्रेस ने अपने पुराने वोट बैंक मुस्लिम मतदाताओं को फिर से हासिल कर लिया। तो कुल मिलाकर सिर्फ पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद और बल्लीमारान में मुसलमानों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। उसके अलावा सीएएन, एनआरसी (NRC) के आंदोलन वाला क्षेत्र हो या दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन का इलाका हो अमानतुल्लाह खान की विधानसभा क्षेत्र का इलाका हो इन जगहों पर कहीं पर भी आम आदमी पार्टी मुसलमानों का वोट हासिल नहीं कर पाई है। इस बार नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के अंदर सर्वाधिक मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। नगर निगम चुनाव में किसी तरह मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी की लाज बचा ली है।

आईएएनएस/RS

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