न्यूजग्राम हिंदी: कांग्रेस (Congress) सांसद प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर अपने बयान को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर ट्रोल हुए। तिवारी ने कहा कि सजा तय करते समय गांधी परिवार की पृष्ठभूमि पर भी विचार किया जाना चाहिए था।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस कानूनी लड़ाई लड़ने की रणनीति बना रही है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु, सलमान खुर्शीद, विवेक तनख्वा और कपिल सिब्बल सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील तैयार कर रहे हैं। सोमवार तक इसी पूरी तैयार हो जायेगी और उसके बाद अगले दो दिनों में हाइकोर्ट में इसे दाखिल कर दिया जाएगा।
इस बीच कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने शनिवार को अपने बयान में कहा, बीजेपी ने भारतीय लोकतंत्र में गलत परंपरा की नींव डाली है। राहुल गांधी फैमिली से आते हैं। उनको सजा देने से पहले उनके परिवार की पृष्ठभूमि पर गौर किया जाना चाहिए था। किसी सम्मानित व्यक्ति को सजा देने से पहले उसकी और परिवार के बारे में देखना चाहिए। अगर राहुल गांधी को कम से कम सजा मिल जाती तो उनकी लोकसभा सदस्यता नहीं जाती।
इसके साथ उन्होंने कहा कि जब आप किसी को अपराधी के तौर पर सजा देते हैं तो उसके चाल चलन और उसके स्तर और परिवार की पृष्ठभूमि को भी देखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर अगर कोई शिक्षक किसी मर्डर के केस में फंस गया है तो उसे फांसी की सजा नहीं देनी चाहिए, इसलिए राहुल गांधी को सजा देखते हुए उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और उनकी स्वयं की पृष्ठभूमि देखने की जरूरत थी।
अब प्रमोद तिवारी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बीजेपी नेताओं के साथ आम सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
--आईएएनएस/PT