न्यूजग्राम हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) नए संसद भवन (New Parliament House) का उद्घाटन करेंगे। आम आदमी पार्टी/Aam Aadmi Party (आप) ने प्रधानमंत्री के इस कदम की आलोचना की है। आप का कहना है कि उद्धाटन राष्ट्रपति (President) के द्वारा किया जाना चाहिए, क्योंकि वह वरीयता में नंबर एक स्थान पर हैं। आप सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chaddha) ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा,
1.नई संसद का उद्घाटन अकेले राष्ट्रपति को करना चाहिए। वरीयता क्रम में राष्ट्रपति नंबर एक स्थान पर हैं, उसके बाद उपराष्ट्रपति दूसरे और तीसरे स्थान पर प्रधानमंत्री हैं।
2- संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है।
3- सभी कार्यकारी कार्रवाई भारत के राष्ट्रपति के नाम पर की जाती है।
4- राष्ट्रपति भारत के प्रथम नागरिक हैं और हमारे देश की एकता और अखंडता के प्रतीक हैं। सारी कार्रवाई भारत के राष्ट्रपति के नाम पर की जाती है।
5- विधानमंडल राष्ट्रपति और दो सदनों, राज्य सभा और लोक सभा से मिलकर बनता है।
6- संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित कोई भी विधेयक राष्ट्रपति की सहमति के बिना अधिनियम नहीं बन सकता है।
7- संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित कोई भी विधेयक राष्ट्रपति की सहमति के बिना अधिनियम नहीं बन सकता है।
8- राष्ट्रपति भारत के प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है।
9- राष्ट्र के प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति के पास प्रधानमंत्री के ऊपर एक उच्च पद होता है, जो केवल कार्यपालिका का प्रमुख होता है।
10- सभी राजनीतिक दल संविधान की रक्षा के लिए राष्ट्रपति की तरफ देखते हैं, जिन्होंने उसकी रक्षा की शपथ ली है।
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि इसलिए, भारत के संसदीय लोकतंत्र में राष्ट्रपति की स्थिति ऐसी है कि राष्ट्रपति को अकेले नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए। इससे पहले दिन में आप समेत 19 विपक्षी दलों ने एक संयुक्त बयान में 28 मई को उद्घाटन का बहिष्कार करने की घोषणा की गई।
--आईएएनएस/PT