

उनके पास से चार किलो हेरोइन, 3.90 लाख रुपए की ड्रग मनी और एक .32 बोर की पिस्टल, एक मैगजीन और पांच कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अमृतसर (Amritsar) के रोरीवाल के रहने वाले युवराज सिंह, अमृतसर के धौल कलां के रहने वाले वरिंदर सिंह, अमृतसर के सांगना के रहने वाले जगरूप सिंह और अमृतसर के सरकारिया एन्क्लेव के रहने वाले जुगराज सिंह के तौर पर हुई है।
पुलिस ने उनकी काले रंग की मोटरसाइकिल और सफेद रंग की एक्टिवा भी जब्त कर ली है, जिसका इस्तेमाल वे कंसाइनमेंट पहुंचाने के लिए कर रहे थे।
डीजीपी यादव ने कहा कि काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर की पुलिस टीमों को पक्के इनपुट मिले थे कि विदेश में बैठे हैंडलर लखविंदर सिंह (Lakhwinder Singh) उर्फ बाबा लक्खा के साथियों युवराज और वरिंदर ने अजनाला सेक्टर से हेरोइन की एक खेप हासिल की है और उम्मीद है कि वे इसे अमृतसर में मोर्चा साहिब गुरुद्वारे के पास संदिग्ध जगरूप सिंह को देंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया और उनके पास से ड्रग की एक खेप और एक पिस्तौल बरामद करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया।
डीजीपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान, आरोपी जगरूप सिंह ने खुलासा किया कि वह दया सिंह उर्फ प्रीत सेखों के निर्देशों पर काम कर रहा था, जो अभी मुक्तसर साहिब की सेंट्रल जेल में बंद है, और उसी ने उसे मोर्चा साहिब गुरुद्वारे के पास से हेरोइन की खेप लेने का निर्देश दिया था।
डीजीपी यादव ने कहा कि आगे की पूछताछ के दौरान, आरोपी युवराज और वरिंदर ने अपने एक और साथी के बारे में बताया, जिसकी पहचान जुगराज सिंह के तौर पर हुई, जिसे अमृतसर शहर से पकड़ा गया और उसके पास से 3.90 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की गई। उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है।
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