नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि देश में 2024 तक 92-93 कार्बन-न्यूट्रल हवाई अड्डे होंगे। सिंधिया ने यह भी कहा कि उड्डयन मंत्रालय का लक्ष्य 2030 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन हासिल करना है। अखिल भारतीय प्रबंधन संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा, भारतीय हवाई अड्डे न केवल 2030 तक शुद्ध शून्य लक्ष्य प्राप्त करेंगे, बल्कि तब तक 400 मिलियन हवाई यात्रियों का लक्ष्य भी हासिल कर लेंगे। यह कहते हुए कि जमीन पर बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाना चाहिए और यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे बढ़ाया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को सही ढंग से सेवा मुहैया कराने के लिए जमीनी स्तर पर संसाधनों को और दुरुस्त करने और उन्हें बढ़ाने की जरूरत है।
देश में हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे में वृद्धि के बारे में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में, देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 141 हो गई है और अगले पांच वर्षों में यह बढ़कर 220 हो जाएगी। सिंधिया ने कई राज्यों द्वारा वैट घटाने की भी बात कही। अभी तक, 16 राज्यों में जेट ईंधन पर 1 प्रतिशत से 4 प्रतिशत के बीच वैट है। एटीएफ में वैट कम करने से अधिक कनेक्टिविटी में मदद मिलेगी और ईंधन भरने में तेजी आएगी।
सिंधिया ने यह भी कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य में हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए आवश्यक कदमों के बारे में विस्तृत चर्चा की और कोलकाता हवाई अड्डे के लिए एक आक्रामक विस्तार योजना के लिए अपनी मंशा रखी।
(आईएएनएस/HS)