

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) करके हरियाणा चुनाव 2024 में धांधली का आरोप लगाया था। उन्होंने भारतीय निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए थे। इस दौरान उन्होंने बिहार चुनाव में भी धांधली की आशंका जताई थी।
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने पुराने आरोपों को दोहराया। राहुल गांधी ने कहा, "मैंने जो फेक फोटो और फेक फोटोग्राफ के आरोप लगाए थे, उस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चुनाव आयोग ने इस पर कुछ नहीं बताया, जबकि भाजपा उसे बचाने का काम कर रही है और स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है। मीडिया छोटे-छोटे उदाहरण को उठा रही है कि ब्राजील की औरत ने वोट किया, लेकिन जिसकी आईडी नहीं है, उसने कैसे वोट किया?"
दूसरी ओर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए बिहार में इस बार महागठबंधन की सरकार आने का दावा किया।
उन्होंने कहा, "भाजपा वाले हमेशा कहते रहे हैं कि जब भी ज्यादा वोट पड़ता है तो एंटी-इनकंबेंसी का वोट होता है। उनके सारे नेताओं ने यह बात बोली है। उनके पुराने बयान लाइब्रेरी में देख लीजिए, लेकिन वे आज इससे पलट रहे हैं।"
कांग्रेस सांसद ने कहा, "ये सच्चाई है कि बिहार में एनडीए (NDA) सरकार के खिलाफ जनक्रांति हुई है। युवाओं ने खूब वोट डाला है। बिहार में बेरोजगारी और सत्ताधारी दल में आपस की लड़ाई दिख रही है। बिहार में इस बार स्पष्ट रूप से महागठबंध के बहुमत की सरकार आ रही है।"
बिहार चुनाव (Bihar Election) के पहले फेज में गुरुवार को राज्य के 121 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार मतदान के मामले में बेगूसराय शीर्ष पर, जबकि शेखपुरा सबसे पीछे रहा।
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