द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर 'एकलव्य' स्कूलों के छात्र हुए खुश

378 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने पर बेहद प्रसन्नता जताई है।
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर 'एकलव्य' स्कूलों के छात्र हुए खुश
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर 'एकलव्य' स्कूलों के छात्र हुए खुशद्रौपदी मुर्मू (IANS)

करीब 378 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने पर बेहद प्रसन्नता जताई है। यह स्कूल देश के दूरदराज हिस्सों में जनजातीय समुदाय के छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए स्थापित किए गए हैं। वहीं शिक्षा को लेकर छात्रों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार ने जनजातीय आबादी की शिक्षा की चुनौती को मिशन मोड में लिया है। अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनजातीय कार्य मंत्रालय छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये स्कूल जनजातीय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जनजातीय विद्यार्थियों के लिए विदेश में शिक्षा सहित उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्तियां उपलब्ध हैं और जनजातीय कार्य मंत्रालय इसके लिए विद्यार्थियों को 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति प्रदान करता है।

जनजातीय कार्य मंत्रालय ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (EMRS) के विद्यार्थियों की आभासी बातचीत का आयोजन किया। संवाद सत्र में 378 EMRS आभासी रूप से सम्मिलित हुए।

अर्जुन मुंडा के साथ बातचीत करते हुए EMRS के विद्यार्थियों ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को स्वतंत्रता के बाद से हमारे देश की प्रथम जनजातीय राष्ट्रपति नियुक्त किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

अर्जुन मुंडा ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम विश्व आदिवासी दिवस मना रहे हैं, ऐसे में यह गौरव का क्षण है कि एक जनजातीय महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति निर्वाचित हुई हैं और उनकी यात्रा भारत के सभी जनजातीय लोगों के लिए प्रेरणादायक है। इस विशेष दिन के अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में उनका निर्वाचन भारतीय लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है।

अर्जुन मुंडा ने सभी ईएमआरएस विद्यार्थियों से अपील की कि वे इस वर्ष जनजातीय गौरव मनाने के लिए बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय नायकों के बारे में एक निबंध लिखें और उसे मंत्रालय को भेजें। उन्होंने कहा कि जनजातीय संस्कृति जल, जंगल और जमीन के महत्व को समझती है। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के लिए सभी EMRS विद्यार्थियों से अपने स्कूलों, गांवों में पेड़ लगाने और दूसरों को वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया।

द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर 'एकलव्य' स्कूलों के छात्र हुए खुश
13 साल की भाविका माहेश्वरी ने लिखी द्रौपदी मुर्मू पर किताब

मुंडा ने लगभग 1 लाख EMRS विद्यार्थियों से आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के तहत हर घर तिरंगा अभियान में भाग लेने का भी आग्रह किया।

इस अवसर पर जनजातीय कार्य एवं जल शक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने कहा कि शिक्षकों और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विद्यार्थी अच्छे अंक लाने के साथ-साथ अच्छे नागरिक और अच्छे इंसान भी बनें। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का पालन करते हुए विद्यार्थियों को अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की भी अपील की।

(आईएएनएस/AV)

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com