न्यूज़ग्राम हिंदी: केंद्र ने शुक्रवार को शीर्ष अदालत की दो जजों की पीठ को सूचित किया कि सुप्रीम कोर्ट को जल्द ही पांच नए जज मिल सकते हैं। अटॉर्नी जनरल (एजी) आर. वेंकटरमणी ने कहा कि नई नियुक्तियों को बहुत जल्द मंजूरी दे दी जाएगी।
जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस अभय एस. ओका की पीठ ने केंद्र के प्रतिनिधि अटॉर्नी जनरल से पूछा, शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए दिसंबर में पांच नाम भेजे गए थे और दो नाम हाल ही में भेजे गए और अब यह फरवरी का महीना आ गया है, क्या यह रिकॉर्ड किया जाना चाहिए कि अधिसूचना जारी की जाएगी?
अटॉर्नी जनरल ने जवाब दिया कि नई नियुक्तियां बहुत जल्द हो सकती हैं।
13 दिसंबर, 2022 को कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए पांच नामों की सिफारिश की थी। जिसमें न्यायमूर्ति पंकज मिथल, न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति पी.वी. संजय कुमार, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा का नाम शामिल था।
उनकी नियुक्ति अभी तक सरकार द्वारा अधिसूचित नहीं की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 ही है, लेकिन वर्तमान में 27 न्यायाधीश कार्य कर रहे है। इस प्रकार, सात रिक्तियां हैं।
31 जनवरी को, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को शीर्ष अदालत में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की।
न्यायमूर्ति बिंदल इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं और न्यायमूर्ति कुमार गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं।
शीर्ष अदालत केंद्र द्वारा न्यायिक नियुक्तियों के लिए समय सीमा का उल्लंघन करने के खिलाफ एडवोकेट्स एसोसिएशन ऑफ बैंगलोर द्वारा दायर एक अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
--आईएएनएस/VS